बिलासपुर के जाने माने नेत्र चिकित्सक और विश्व हिंदू परिषद के प्रांत उपाध्यक्ष डॉ ललित मखीजा के जन्मदिन पर आयोजित सभा में उनके कृतित्व और व्यक्तित्व पर उनके करीबियों ने डाला प्रकाश

प्रवीर भट्टाचार्य

बिलासपुर के जाने-माने नेत्र रोग विशेषज्ञ, विश्व हिंदू परिषद के प्रांत उपाध्यक्ष और सबके दिलों में राज करने वाले डॉ ललित मुखीजा के जन्मदिन को उनके चाहने वालों ने खास बना दिया। बिलासपुर के नेत्र रोग विशेषज्ञ के तौर पर ख्याति अर्जित करने के बाद अचानक उनके व्यक्तित्व में जबरदस्त बदलाव आया और वे भगवान श्री राम, हिंदुत्व भारत राष्ट्र और मानवता की सेवा की ओर उद्धत हो गए। अपने संपूर्ण हुलिए के साथ व्यक्तित्व में आमूल चूल परिवर्तन ने एक नए ललित से सबक परिचय कराया है। जिसके चलते हुए अब वो लाखों दिलों पर राज करने लगे हैं। यही कारण है कि सोमवार को उनके जन्मदिन को उनके चाहने वालों ने खास बनाते हुए एक सरप्राइज कार्यक्रम आयोजित कर दिया।


अग्रसेन चौक पर आयोजित इस समारोह की जानकारी खुद डॉक्टर ललित मखीजा को भी नहीं थी। पहले तो अपने जन्मदिन पर आयोजित इस समारोह से चमत्कृत डॉ ललित मखीजा उस वक्त और भी हैरान हो गए जब उन्होंने यहां अपनी जीवनसंगिनी डॉ रिया मखीजा को भी पाया।
विश्व हिंदू परिषद के प्रांत उपाध्यक्ष डॉ ललित माखीजा ने पिछले दिनों अयोध्या में बनने वाले श्री राम मंदिर की निधि संकलन में जो भूमिका निभाई थी वह अविस्मरणीय है, जिसकी यहां मौजूद लोगों ने मुक्त कंठ से सराहना की। इस दौरान उनके साथियों सौमित्र गुप्ता, संदीप गुप्ता नवल वर्मा, डॉ रिया मखीजा आदि ने अपने उद्गार व्यक्त किए।
सब ने उनके धैर्य , अनुशासित जीवन, लक्ष्य केंद्रित क्रियाकलाप , हिंदुत्व के प्रति समर्पण ,और एक डॉक्टर के तौर पर मानवीय पक्ष पर अपने उद्गार व्यक्त किए। इस दौरान उनके बचपन के मित्र नवल वर्मा ने संघर्ष के दिनों को याद करते हुए उस वक्त भी उनके अनुशासित जीवन, शिक्षा के प्रति उनका आकर्षण और समर्पण का जिक्र किया। समरसता के कोषाध्यक्ष संदीप गुप्ता ने डॉक्टर ललित मखीजा के विश्व हिंदू परिषद में रहते हुए किए गए कार्यों का जिक्र किया।


विश्व हिंदू परिषद के अध्यक्ष सुमित गुप्ता ने डॉ ललित मखीजा के उन कार्यों की सराहना की जिसकी जानकारी बहुत कम लोगों को है । उनकी पत्नी डॉ रिया मखीजा ने भी ऐसे कई अनछुए पहलुओं का जिक्र किया जिससे डॉ ललित मखीजा के व्यक्तित्व को सहज रूप से समझा जा सकता है ।
हालांकि डॉ ललित मखीजा पूरी तरह से गैर राजनीतिक व्यक्ति हैं लेकिन उनके समर्पण, सेवा भाव देश और हिंदुत्व के प्रति समर्पण को देखकर अब यह मांग उठने लगी है कि आगामी विधानसभा चुनाव में डॉ ललित मखीजा जैसे ही किसी प्रत्याशी को अवसर मिले। जिस तरह से नरेंद्र मोदी, योगी आदित्यनाथ जैसे सन्यासियों ने यह सिद्ध किया है कि सन्यासी से बेहतर राजा कोई नहीं हो सकता, उसी राह के राही डॉ ललित मखीजा जैसे व्यक्तित्व को अगर बिलासपुर की जिम्मेदारी मिले तो फिर एक अलग युग की शुरुआत हो सकती है। उनके जन्मदिन पर ऐसे लोगों की भी कमी नहीं थी जो यह चाहते हैं कि अगले विधानसभा चुनाव में डॉक्टर ललित मखीजा एक प्रत्याशी के तौर पर मैदान में उतारे जाए।


डॉ ललित माखीजा के जन्मदिन पर दिन भर सोशल मीडिया और प्रत्यक्ष तौर पर बधाई और शुभकामनाओं का दौर चलता रहा, इससे अभिभूत डॉ ललित मखीजा ने इस स्नेह के लिए सब के प्रति आभार और कृतज्ञता जताई है।

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