कारीआम अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझी, कबाड़ी को वाहन बेचने के उद्देश्य से बोलेरो किराया में लेकर उसके चालक को लूटेरों ने लगाया था ठिकाने

आलोक

किराए के वाहन के चालकों की जिंदगी हमेशा खतरे में रहती है। ऐसा ही एक मामला गौरेला पुलिस ने सुलझाया है, जिसमें वाहन की लालच में चोरों ने ड्राइवर की हत्या कर दी।
24 सितंबर को रजमेलान नाला के पास एक लाश मिली थी, जिसके दोनों हाथ पीछे से बंधे हुए थे और सिर को किसी भारी पत्थर से कुचल दिया गया था। फॉरेस्ट गार्ड बेलपत् सत्यप्रकाश मार्को ने इसकी सूचना दी थी। पुलिस के लिए इस अंधे कत्ल की गुत्थी को सुलझाना आसान नहीं था।

साइबर सेल के साथ आसपास के जिलों के थानों से भी इस बारे में जानकारी ली जा रही थी कि इसी दौरान कोरबा के पाली थाना से जानकारी मिली की उनके इलाके में मध्यप्रदेश के कुछ संदिग्ध गिरफ्तार हुए हैं, जिस की कड़ी अंधे कत्ल से जुड़ सकती है । जब पुलिस ने सीधी के रहने वाले इन लोगों से पूछताछ की तो फिर पूरा मामला खुलता चला गया।
पता चला कि गाड़ी लूटने के उद्देश्य से इन लोगों ने गाड़ी बुक की थी और उसी के चालक की हत्या कर दी थी। सीधी में रहने वाले आरोपी रिंकू सिंह चौहान निवासी का मामा जय सिंह राजपूत कोरबा के पाली में रहकर कबाड़ी का काम करता है। उसने रिंकू को चोरी की गाड़ियों की अच्छी कीमत देने की बात कही थी। जिसके बाद आरोपियों ने योजनाबद्ध तरीके से सीधी जाने के नाम पर एक बोलेरो बुक कराई। रास्ते में भी फ्रेश होने के बहाने से रुके और बोलेरो के ड्राइवर शक्ति नगर सोनभद्र उत्तर प्रदेश निवासी रमेश दास को अगवा कर लिया।


यह लोग उसे लेकर कारीआम जंगल पहुंचे । इस दौरान ड्राइवर शोर मचा रहा था तो उसे पेंड्रा से पाली जाते समय रास्ते में सुनसान जंगल में गाड़ी रोककर उसके दोनों हाथ सफेद गमछा से बांध दिया और फिर उसे जंगल के भीतर ले जाकर गिरा कर उसके सर पर पत्थर पटक कर उसकी जान ले ली। इन लोगो ने ड्राइवर से 3000 रु भी लूट लिए। इसके बाद यह लोग पाली चले गए जहां हत्यारो ने ढाई लाख रुपए में रमेश की बोलेरो बेच दी। ड्राइवर की हत्या करने के बात भी इन लोगों ने जय सिंह को बताया, जिसने पैसा देकर इन्हें चुपचाप सीधी लौट जाने के लिए कहा, लेकिन इसी दौरान सारे आरोपी अपनी संदिग्ध गतिविधियों के चलते पुलिस के हत्थे चढ़ गए। इस तरह इस अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझ पायी। इस मामले में पुलिस ने सीधी में रहने वाले रिंकू सिंह चौहान, प्रांशु सिंह चौहान और उनके एक नाबालिक साथी को गिरफ्तार किया है। इसके अलावा चोरी का वाहन खरीदने वाले और इनका साथ देने वाले मूलतः प्रयागराज और हाल मुकाम पाली में रहने वाले जय सिंह को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!