
आलोक मित्तल

शिक्षा सुधार नियमों के तहत स्कूल में बच्चों के साथ मारपीट प्रतिबंधित है लेकिन अब भी इस तरह के मामले सामने आ जाते हैं जिससे शिक्षा के मंदिर और शिक्षक शर्मसार होते हैं। बिलासपुर के 11वीं के छात्र की प्रिंसिपल ने इस कदर पिटाई कर दी कि उसे अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। सरकंडा के मोपका क्षेत्र में प्रयास अकैडमी है। यहां स्कूल के साथ ही हॉस्टल भी संचालित है, जहां पंडरिया का रहने वाला 11वीं कक्षा का छात्र भूयांश जयसवाल रहकर पढ़ाई करता है। शुक्रवार की रात हॉस्टल में रहने वाले उसके दोस्त का जन्मदिन था। बताया जा रहा है कि उसके दोस्तों ने जन्मदिन मनाया। उसके बाद कोई शरारती छात्र प्रिंसिपल के पी पांडे के कमरे का दरवाजा खटखटा कर भाग गया। गुस्से में आग बबूला प्रिंसिपल बाहर निकले और वहां किसी को ना पाकर वे सीधे भूयांश के कमरे में पहुंचे जहां भूयांश पढ़ाई कर रहा था।

भूयांश पर ही दरवाजा खटखटाने का आरोप लगाते हुए प्रिंसिपल ने क्रिकेट स्टंप से उसकी पिटाई शुरू कर दी, जिससे उसके हाथ, पैर में गंभीर चोट लगी। शनिवार को भूयांश ने अपने पेरेंट्स को इसकी जानकारी दी, जो पहले स्कूल पहुंचे और फिर प्रिंसिपल के रवैये को देखकर वे सीधे सरकंडा थाना पहुंच गए। प्रिंसिपल के खिलाफ शिकायत के बाद मामले में प्राचार्य के पी पांडे को गिरफ्तार कर लिया गया है। इधर प्राचार्य के पी पांडे कह रहे हैं कि देर रात उनके कमरे का दरवाजा खटखटा कर भागने के दौरान गिरकर भूयांश को चोट लगी है और वह अपनी गलती छुपाने के लिए उन पर झूठा आरोप लगा रहा है।

