
आलोक मित्तल

मस्तूरी क्षेत्र के पाली में बीती रात बंदूक की नोक पर 4 बदमाशों ने पुजारी को बंधक बनाया और प्राचीन भवन गणेश मंदिर से गरुड़ की मूर्ति जबरन उठाकर ले गए। ब्लैक ग्रेनाइट पत्थर की प्राचीन मूर्ति के लूट की इस घटना से इलाके में सनसनी फैल गई। घटना की जानकारी होने पर मस्तूरी विधायक डॉक्टर कृष्णमूर्ति बांधी भी मौके पर पहुंच गए।
बताया जा रहा है कि रात करीब 2:00 बजे चार लोग मंदिर में घुस आए जिन्होंने बंदूक की नोक पर पुजारी को बंधक बना लिया। इसके बाद वे मंदिर में मौजूद प्रतिमा को अपने साथ ले गए। जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर दूर मस्तूरी क्षेत्र के पाली में भंवर गणेश की प्राचीन और ऐतिहासिक मूर्ति स्थापित थी। लुटेरों ने पुजारी के हाथ पैर बांधकर मंदिर को खोला और लूट की वारदात को अंजाम दिया।

इस भंवर गणेश को क्षेत्र के आस्था के केंद्र डिडनेश्वरी माता मंदिर के समकक्ष माना जाता है। दिलचस्प पहलू यह है कि सालों पहले डिडनेश्वरी माता की प्रतिमा भी इसी तरह चोरी चली गई थी। हिंदू आस्था के प्रतीक भगवान की प्रतिमाये विदेशों में कलाकृति के नाम पर महंगे दामों में बिकती है । इसी वजह से ये प्रतिमाएं हमेशा चोर लुटेरों के निशाने पर रहती है। लेकिन यहां सुरक्षा नाम भर को भी नहीं रहती। इस मामले में भी मंदिर के पुजारी महेश राम केवट के पास कोई सुरक्षा ना होने की वजह से लुटेरे आसानी से भगवान गणेश की प्रतिमा को ले जाने में कामयाब हुए हैं। फिलहाल पुलिस की पूरी टीम मौके पर पहुंच चुकी है और पूरी ताकत से लुटेरों की तलाश की जा रही है।

