
पखांजूर से बिप्लब कुण्डू–25.8.22

पखांजूर–
पखांजूर अंचल से आए दिन पशु तस्करी के मामले सामने आ रहे हैं । क्षेत्र के लोग इस पर अंकुश लगाने की लगातार जांच की मांग करते आ रहे हैं लेकिन इस पर रोक नहीं लग पा रही । अंचल के गांव – गांव में पशु तस्करी करने वालों ने अपने प्यादे पाल रखे हैं , जो पशुओं के झुंड को हकाल कर महाराष्ट्र की सीमा में जंगलों तक ले जा रहे हैं । वहां पशुओं को रात में ट्रकों में लोड कर दिया जाता है , जो सीधे बूचड़खाने पहुंचाए जाते हैं । 23 अगस्त को बाद पुलिस ने मुखबिर की सूचना पर दल – बल के साथ रात को मरोड़ा झारावाड़ी
महाराष्ट्र सीमा तक पहुंची , जहां के जंगल में बूचड़खानों तक ले जाने के लिए जानवरों को बांध कर रखा गया था । एक व्यक्ति पीवी -81 निवासी रंजीत रॉय पिता सुरेन रॉय को 18 पशुओं के साथ गिरफ्तार कर जेल भेजा गया । तस्करी में प्यादे ही पकड़े जाते हैं , उन्हें जेल भी होती है । इसके बाद रसूखदार उन्हें जमानत पर छुड़ा लेते हैं । कांकेर एसपी शलभ सिन्हा ने कहा पुलिस इस मामले में लगातार नजर बनाए हुए है । इस तरह के कार्य करने वाले पशु तस्करों की जानकारी जुटाई जा रही है ।
300 गांवों का बड़ा मार्केट है पखांजूर का बैला बाजार
पखांजूर नगर पंचायत का बैला बाजार 300 गांवों का बड़ा पशु बाजार है , जहां दूर – दूराज के लोग जानवरों को लाकर खरीदी – बिक्री का काम करते हैं । इसी बाजार से पशु तस्करी का खेल शुरू होता है । महाराष्ट्र के पशु तस्कर से जुड़े लोग स्थानीय लोगों से संपर्क करते हैं और बड़े पैमाने पर सेटिंग कर पशु तस्करी की घटना को अंजाम दिया जा रहा है । पशुओं को हकाल कर ले जाने वाले मजदूर भी यहां पहुंचते हैं , जो थोड़े से पैसों की लालच में इस तरह के काम को अंजाम देते हैं ।
