
आलोक मित्तल

जांजगीर के वीर सनातनी ध्वजवाहक सूर्यप्रकाश शर्मा बाबा के द्वारा भारत देश, छत्तीसगढ़ और सभी देशवासियों की खुशहाली सुख समृद्धि के लिए कल दिनांक 18 08 22 को अयोध्या जी के लिए पदयात्रा प्रारंभ किए है।
मन में राम नाम की दीप जलाए जांजगीर चांपा जिला का एक नौजवान पैदल ही अयोध्या धाम के लिए निकल पड़ा है ,,राम मंदिर बनने पर पैदल अयोध्या जाने का संकल्प को पूरा करते हुए सूर्यकांत शर्मा ने अपनी यात्रा शुरू कर दी है और अपने साथ माता शबरी ने राम चंद्र जी को जिस दोना में रख कर जूठे बेर खिलाए थे उस अक्षय वट वृक्ष का पत्ता रखा है।
जांजगीर चांपा से अयोध्या की दूरी 12 सौ किलो मीटर की है, और जांजगीर से अयोध्या जाने के लिए कई संसाधन भी है सूर्य प्रकाश शर्मा ने बताया की एक दिन में 25 किलो मीटर की यात्रा करेंगे और जहा भी रात्रि विश्राम के लिए शरण मिलेगा वहां रुक कर भोजन प्रसाद ग्रहण करेंगे और दूसरे दिन फिर से यात्रा की शुरुआत करेंगे।

सूर्यप्रकाश शर्मा भगवान राम पर विश्वास करते है और उनका मानना है कि जो सब के नैया पार करते है उसी राम की कृपा से पैदल अयोध्या जाने का संकल्प पूरा होगा,,सूर्य प्रकाश ने अपने साथ शिवरीनारायण मंदिर के सामने लगे अक्षय वट वृक्ष की डगाल और पत्तियों को रखा है जिस वट वृक्ष की हर पत्ती का आकार दोना के समान मुड़ा हुआ है ,,मान्यता के अनुसार इसी दोना में माता शबरी ने भगवान राम को अपने जूठे बेर खिलाए थे, शबरी माता का राम के प्रति प्रेम, आस्था, विश्वास था वही भावना लेकर सूर्य प्रकाश के मन में है।
राम के नाम लेकर शुरू की गई 12 सौ किलो मीटर की यात्रा को ढाई से 3 माह में पूरा होने की संभावना है, सूर्य प्रकाश ने अपनी इस यात्रा के दौरान पड़ने वाले मंदिरों में प्रदेश की खुशहाली और देश की एकता, शांति और समृद्धि के लिए कामना करने की बात की है।
