आकाश दत्त मिश्रा
आगर नदी का जलस्तर बढ़ने के चलते मुंगेली में एक युवक नदी में बह गया । पिछले 4 दिनों से लगातार हो रही बारिश के चलते मुंगेली में आगर नदी उफान पर है। पिछले कुछ दिनों से दोनों तटों को तोड़ती आगर नदी अब नए पुल को छूती हुई गुजर रही है। आगर नदी का जलस्तर इस कदर बढ़ चुका है कि पुराना पुल डूब चुका है। वही नदी किनारे बने मकान और दुकानों में पानी घुस चुका है। बड़ा बाजार क्षेत्र के कई घरों और दुकानों में कई कई फिट पानी घुस चुका है। बताया जा रहा है कि इसी दौरान पुराने पुल से लगे शंकर मंदिर में एक स्थानीय युवक दर्शन के लिए गया था। जब वह दर्शन कर बाहर निकला तो मंदिर के बाहर रखी उसकी चप्पल नदी के बहाव में बहने लगी। अपनी चप्पल हासिल करने की कोशिश में वो पानी में उतर गया और फिर अपना संतुलन खो बैठा, जिसके चलते वह नदी के तेज बहाव में बह गया। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार नदी के भंवर में फंसकर युवक अपना संतुलन खो बैठा।
मौके पर मौजूद लोगों के अनुसार 40 वर्षीय युवक का नाम सोनी बताया जा रहा है। पिछले 4 दिनों से अगर नदी में तेज बहाव के चलते मुंगेली के कई इलाके जलमग्न हो चुके हैं ।जिला प्रशासन उन क्षेत्रों में रेस्क्यू का दावा भी कर रहा है, लेकिन स्थानीय लोगों की शिकायत है कि पूल में जलस्तर बढ़ने के बाद अभी तक ना तो किसी तरह की सुरक्षा व्यवस्था की गई थी और ना ही कोई नोटिस बोर्ड चस्पा किया गया था।
इसी बीच युवक के बह जाने की खबर सुनते ही हड़बड़ा कर पुलिस और प्रशासन का अमला मौका ए वारदात पर पहुंच गया तो वही लोगों की भीड़ भी जुट गई है। गोताखोर की मदद से बह गए युवक को खोजने का प्रयास शुरू कर दिया गया है। पुल पारा निवासी युवक के बह जाने के बाद लोगों का गुस्सा फूट पड़ा है। लोग बता रहे हैं कि जिला प्रशासन ने समय रहते किसी तरह की तैयारी नहीं की, जिस वजह से कई इलाकों में बाढ़ जैसे हालात है। इस वर्ष अच्छी बारिश होने से आगर उफान पर है, बावजूद इसके ब्रिज पर सुरक्षा व्यवस्था नजर नहीं आती ।यही कारण है कि लोग नदी के आसपास भी घूमते टहलते नजर आ रहे हैं, जिन्हें रोका टोका नहीं जा रहा है। अगर समय रहते सोनी को भी पुलिस मंदिर जाने से रोकती तो फिर यह घटना नहीं होती। फिलहाल गोताखोर बह गए युवक की सरगर्मी से तलाश कर रहे हैं ।इसी दौरान बिलासपुर में भी गोखने नाला में एक बच्चे के बह जाने की खबर आ रही है।