
पखांजूर से बिप्लब कुण्डू–12.8.22

पखाजुर,,,,
पखांजूर क्षेत्र के स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने पखांजूर के अनुविभागीय अधिकारी रहने के दौरान वर्तमान संयुक्त कलेक्टर ककिर धनंजय नेताम के द्वारा फर्जी तरीके से ककिर तहसील के ग्राम मरकाटोला की मतदाता सूची में अपना नाम जुड़वाने के मामले में जिला निर्वाचन अधिकारी कलेक्टर काकर को शिकायत कर जांच की मांग की है ।
स्थानीय जनप्रतिनिधि ब्लाक कांग्रेस अध्यक्ष पंकज साहा , इन्द्रजीत विश्वास के अनुसार पखांजूर अनुविभागीय अधिकारी रहने के दौरान वर्तमान एस.डी.एम. कांकेर धनंजय नेताम के द्वारा फर्जी तरीके से कांकेर जिले के तहसील कांकेर के ग्राम मरकाटोला में अपना नाम विधान सभा की मतदाता सूची में वर्ष 2021 में जुड़वाने का आरोप लगाते हुए इस मामले में जिला निवार्चन अधिकारी कांकेर से जांच की मांग की है । जनप्रतिनिधियों का आरोप है कि साल 2021 में जिस दौरान तत्कालीन एस.डी.एम. पखान्जूर अपना नाम काकर तहसील के ग्राम मरकाटोला की मतदाता सूची में जुड़वा रहे थे उस दौरान उनका नाम जिला कोंडागांव की मतदाता सूची में भी पूर्व से जुड़ा हुआ था।
पर अधिकारी ने वहाँ नाम कटवाऐ बिना ही , बिना संबंधित बीएलओ के फार्म भरे हुए या बिना कोई भी दस्तावेज दिये हुए अपने प्रभाव से पद का दुरूपयोग करते हुए ग्राम मरकाटोला की मतदाता सूची में अपना नाम जुड़वा लिया , जबकि नियम से उनका नाम पखान्जूर नगर की मतदाता सूची में जुड़ना था ।
ग्राम मरकाटोला में पखांजूर अनुविभागीय अधिकारी का नाम जोड़ने के लिए न ही निवार्चन आयोग द्वारा जारी दिशानिर्देश का पालन किया गया और न ही मतदाता सूची में नाम जुड़ने के लिए रखी गई निवास की शर्तों को पूरा किया गया इसके बाद भी प्रभाव के चलते भारत निर्वाचन आयोग की मतदाता सूची में नाम जुड़ गया । इस नाम को जोड़ने में इस कदर लापरवाही बरती गई कि नाम जोड़ने के लिए बीएलओ द्वारा कोई भी फॉर्म नहीं भरा गया और नाम जोड़ दिया गया जनप्रतिनिधियों का आरोप है कि उक्त अधिकारी जिस दौरान पखांजूर में अनुविभागीय अधिकारी थे उस दौरान वे कांकेर तहसील के मरकाटोला ग्राम में निवासरत नहीं थे।फिर भी अपने वित्तीय हितों को पूरा करने के लिए फर्जी तरीके से ग्राम मरकाटोला में अपना नाम जुड़वा लिया । ज्ञात हो कि मतदाता सूची देश मे निर्वाचन की प्रक्रिया सबसे महत्वपूर्ण दस्तावेज है और इस सूची में इस तहर की लापरवाही एक गंभीर मामला है साथ ही यह आरोप उस पद पर आसीन व्यक्ति पर लग रहे है जिन्हें निवार्चन आयोग द्वारा मतदाता सूची बनाने की जिम्मेदारी दी जाती है ऐसे में यह मामला और भी गंभीर हो गया है । इस मामले में स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने एक साथ दो जगह नाम होने , बिना फार्म भरे , निवास नही करने वाले स्थान से नाम जोड़ने पर सभी संलिप्त अधिकारियों के खिलाफ जांच और कार्यवाही की मांग की है । ज्ञात हो की मतदाता सूची में फजीर्वाडा का ये नया मामला ग्राम पंचायत देवपुर मे प्राकृतिक आपदा के दौरान प्रशासन की ओर से पीड़ितों को दावातित रूप से अधिक सहायता राशि चेक के माध्यम से वितरण के विवाद को तूल देने वाले तत्कालीन एस.डी.एम पखान्जूर धनंजय नेताम से आहत होकर स्थानीय जन प्रतिनिधियों ने उठाया है ।
