

की धारा 302 के तहत मरवाही थाने में हुआ अपराध कायम
👉जीपीएम पुलिस की तत्परता से 4 घंटे में हत्या की गुत्थी सुलझी, आरोपी हुआ गिरफ्तार
👉आरोपी:- कृपाल सिंह पिता हरदीन सिंह वाकरे उम्र 44 साल निवासी बहुटाडोल

दिनांक 6/8/2022 को शाम ग्राम पंचायत बहुटाडोल के सरपंच द्वारा थाना में रिपोर्ट दर्ज कराया गया कि गांव का हरदीन वाकरे का शव सोन नदी एनिकट के पार में पट हालत में पड़ा हुआ है जिसके बांये पैर और सिर के पीछे गले में किसी अज्ञात आरोपी के द्वारा धारदार हथियार से मारने का निशान है काफी खून बह गया है। रिपोर्ट ओर से मर्ग,अपराध कायम कर जांच विवेचना में लिया गया। थाना प्रभारी मरवाही के द्वारा घटना की सूचना वरिष्ठ अधिकारियों को दी गई, *पुलिस अधीक्षक श्री आई कल्याण एलीसेला* के द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती अर्चना झा अनुविभागीय अधिकारी पुलिस श्री अशोक वाडेगावकर के मार्गदर्शन में थाना प्रभारी मरवाही को प्रकरण में विधि सम्मत कार्यवाही करते हुए अज्ञात आरोपी की पतासाजी कर गिरफ्तारी के निर्देश दिए। प्रकरण की जांच के दौरान यह ज्ञात हुआ कि दिनाक 6/8/2022 को दिन में 10.00 बजे मृतक के छोटे पुत्र मोहन और बड़े पुत्र कृपाल के साथ मुर्गा खाने को लेकर विवाद हुआ था, जहॉ पर मृतक भी था, तब कृपाल सिंह अपने पिता को लड़ाई झगड़ा करने लगा था तो सरपंच उनको छुड़ाया था। इसी कड़ी को लेकर पुलिस की टीम के द्वारा कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए कृपाल सिंह से पूछताछ प्रारंभ की। जो पहले तो न नुकर करते रहा , पर अन्तः घटना करना स्वीकार किया और बताया कि इसका पिता छोटे भाई मोहन सिंह के परिवार को ज्यादा ध्यान देते थे और इसके परिवार की तरफ ध्यान नहीं देते थे। मोहन को अपने पास रख कर उसे ज्यादा हिस्सा बटवारा दिए थे और इसे कम दिए थे कुछ दिन पूर्व मलगा कोयला खदान में काम का पांच लाख रुपए मिला था जो पूरा पैसा छोटे भाई मोहन सिंह को इसके पिता जी दे दिए थे , इन सब बातों से कृपाल काफी रुष्ट था और मौका देख कर जब उसकी मां खेत में रोपा लगाने गई थी, तो पिता अकेले एनिकट में बैठा था , उसे जान से मारने की नियत से टंगिया से ताबड़तोड़ हमला कर उसकी हत्या कर दिया और टंगिया को घर मे छिपा कर रख दिया था। आरोपी कृपाल सिंह पिता हरदीन सिंह वाकरे उम्र 44 साल निवासी बहुटाडोल के निशादेही पर घटना में प्रयुक्त टंगिया जप्त कर आरोपी को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
सम्पूर्ण मामले की विवेचना एवं आरोपी पतासाजी गिरफ्तारी मेँ थाना प्रभारी निरीक्षक अनिल कुमार अग्रवाल उपनिरीक्षक बी. एल. कोसरिया, सहायक उपनिरीक्षक नवीन मिश्रा आरक्षक इंद्रपाल आर्मो, अमितेश पात्रे , रमेश मरावी , राजेश शर्मा, रवि त्रिपाठी , सुरेंद्र विश्वकर्मा की महत्वपूर्ण भूमिका रही।
