कांटे के मुकाबले में चेंबर ऑफ कॉमर्स मुंगेली कल चुनेगा अपना अध्यक्ष, मतदान से एक दिन पहले तीनों प्रत्याशियों ने झोंकी ताकत, राजनीतिक समर्थन के बाद राजकुमार वाधवा और विनय चोपड़ा के बीच मुकाबला हुआ दिलचस्प

आकाश दत्त मिश्रा

मुंगेली चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष पद के लिए हो रहे चुनाव में मतदान से एक दिन पहले शनिवार को तीनों प्रत्याशियों ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी। 3 वर्ष के अंतराल से होने वाले इस प्रतिष्ठित चुनाव में इस बार 7 साल का वक्त लग गया। 7 साल बाद रविवार को मुंगेली के 972 व्यापारी मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करते हुए विनय चोपड़ा, प्रवीण जैन और राजू वाधवा में से अपने लिए अध्यक्ष का चुनाव करेंगे।

इस मुकाबले में सोम वर्मा के नाम वापस लेने के बाद से विनय चोपड़ा, प्रवीण जैन और राजू वाधवा मैदान में है। कांग्रेसी नेता सोम वर्मा ने प्रवीण जैन के समर्थन में अपना नाम वापस लिया है ।
जानकारों का कहना है कि त्रिकोणीय मुकाबले के दावे के बीच असल कांटे का मुकाबला विनय चोपड़ा और राजू वाधवा के मध्य ही है। चेंबर ऑफ कॉमर्स अध्यक्ष पद के चुनाव में राजनीतिक दखल का भले ही प्रत्यक्ष तौर पर विरोध हो रहा हो लेकिन अप्रत्यक्ष तौर पर सभी प्रत्याशियों को किसी न किसी राजनीतिक पार्टी का समर्थन और वरद हस्त मिलता साफ नजर आ रहा है।
अध्यक्ष पद के प्रत्याशी राजू वाधवा पंडित दीनदयाल उपाध्याय वार्ड से भाजपा के पार्षद है, तो वही उनके मुकाबले में चुनाव लड़ रहे विनय चोपड़ा भी कांग्रेस के एल्डरमैन है। दिलचस्प पहलू यह भी है कि नगर पालिका परिषद के चुनाव में राजकुमार उर्फ राजू वाधवा, प्रवीण जैन को हरा चुके हैं, इसलिए भी उन्हें चेंबर ऑफ कॉमर्स के चुनाव में कमजोर प्रत्याशी माना जा रहा है। भाजपा पार्षद होने के बावजूद राजू वाधवा के प्रतिद्वंदी विनय चोपड़ा के पक्ष में बड़े व्यापारी और भाजपा नेता मोहन भोजवानी के उतर आने से मुकाबला और भी दिलचस्प हो गया है। कांग्रेसी नेता विनय चोपड़ा की पकड़ गोल बाजार क्षेत्र में मजबूत मानी जाती है, तो वही राजू वाधवा दाऊ पारा क्षेत्र में अधिक सक्रिय और लोकप्रिय है।


इस रविवार को पुराना बस स्टैंड स्थित सामुदायिक भवन में होने वाले मतदान से ठीक एक दिन पहले तीनों प्रत्याशियों ने जमकर चुनाव प्रचार किया और मतदाताओं से वोट अपील करते हुए अपने एजेंडे से उन्हें परिचित कराया।
विनय चोपड़ा ने दावा किया कि वे व्यापारी हित में यथासंभव प्रयास करेंगे। छोटे व्यापारियों को बैंक से लोन मिलने में आने वाली व्यवहारिक दिक्कतों को दूर करने का वादा करते हुए उन्होंने कहा कि किराना व्यापारियों को जिस तरह से प्रशासनिक स्तर पर परेशान किया जाता है उसे वे अध्यक्ष बनने के बाद दूर करेंगे। वही राजू वाधवा ने भी सुबह से लेकर रात तक ताबड़तोड़ चुनावी सभा और प्रत्यक्ष प्रचार करते हुए अपनी प्राथमिकताओं से मतदाताओं को परिचित कराया।

चेंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष पद के लिए हो रहे इस चुनाव से आम आदमी का खास सरोकार नहीं है, लेकिन जिस तरह से इस चुनाव में अप्रत्यक्ष तौर पर राजनीतिक दलों की एंट्री हुई है उस के बाद पूरे नगर में इस चुनाव को लेकर गहमागहमी नजर आने लगी है। खासकर शनिवार को मुंगेली चेंबर ऑफ कॉमर्स के चुनाव प्रचार को लेकर सरगर्मी नजर आई ।

रविवार सुबह 10:00 से दोपहर 4:00 बजे तक मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे, जिसके बाद मतों की गिनती होगी और नतीजे देर शाम को घोषित कर दिए जाएंगे।
जिला बनने के बाद मुंगेली में कारोबार विस्तार ले रहा है । इसी के साथ कारोबारी दिक्कतों से भी व्यापारियों को दो-चार होना पड़ रहा है। लंबे समय से चेंबर ऑफ कॉमर्स के सदस्य व्यापारी किसी कुशल नेता की तलाश में थे। उम्मीद है इस चुनाव के बाद उन्हें अपना काबिल नेता मिल जाएगा, जो उनकी समस्याओं को मुख्य रूप से शासन-प्रशासन के समक्ष पेश कर पाएगा।
मुंगेली के प्रमुख बाजारों और व्यापारिक क्षेत्रों में इस चुनाव को लेकर गहरी दिलचस्पी नजर आ रही है , देखना दिलचस्प होगा कि कांटे के इस मुकाबले में किसके सर ताज सजता है।

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