मां काली के विवादित पोस्टर मामले में अब मुंगेली बजरंग दल ने भी फिल्म निर्मात्री लीला मणि मेकलाई के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करने की मांग, देश भर में विरोध जारी

आकाश दत्त मिश्रा

अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर हिंदू देवी देवताओं का अपमान करने के ताजा मामले में विवाद थमता नहीं दिख रहा। टोरंटो में रहने वाली फिल्ममेकर लीला मणिमेकलाई के विवादित पोस्टर के बाद एक तरफ जहां लीना आक्रामक रुख अपनाए हुए हैं तो वही उसके खिलाफ देशभर में लगातार शिकायत दर्ज किए जा रहे हैं। काली के विवादित पोस्टर के बाद लीना मणि मेकलाई नें गुरुवार को भगवान शिव और पार्वती के गेट अप में कलाकारों के सिगरेट पीने वाला फोटो ट्वीट किया। इतना ही नहीं उन्होंने भारत को हेट मशीन कहकर देश को अपमानित करने का भी प्रयास किया। इधर लीना के समर्थन में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा और उनके समर्थन में कांग्रेस नेता शशि थरूर उतर आए हैं, लेकिन देश भर में तमाम हिंदू संगठन इसका विरोध कर रहे हैं। इसी कड़ी में शुक्रवार को विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल मुंगेली द्वारा सिटी कोतवाली थाने में ज्ञापन सौंपते एवं हिंदू देवी-देवताओं के अपमान एवं हिंदू आस्था को चोट पहुंचाने का आरोप लगाते हुए फिल्म मेकर लीना मणि मेकलाई के खिलाफ एफ आई आर दर्ज करने की मांग की गई।

बजरंग दल जिला संयोजक दीपक सोनकर ने कहा कि आस्था को चोट पहुंचाने की वजह से देश में उथल-पुथल की स्थिति है । ऐसे में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के नाम पर सनातन हिंदू धर्म संस्कृति पर लगातार प्रहार किया जा रहा है। हिंदू देवी देवताओं पर अभद्र टिप्पणी कर गलत तस्वीर पेश की जा रही है। हिंदू आराध्य कुल मां काली को सिगरेट पीते और उनके हाथ में एलजीबीटीक्यू का झंडा दिखाकर सभी हिंदुओं की आस्था पर चोट की गई है। वही इसके लिए माफी मांगने की बजाय लीना लगातार लोगो को उकसाने का प्रयास कर रही है, इसलिए फिर निर्मात्री लीना मेकलाई के खिलाफ एफ आई आर दर्ज कर उचित कार्यवाही की मांग की गई है। ऐसा न किए जाने पर 7 दिनों का अल्टीमेटम देते हुए हिंदू समाज द्वारा आंदोलन करने की बात कही गई है । इससे पहले भी मुंगेली में इस तरह की शिकायत पुलिस के पास पहुंची है। अन्य राज्यों में भी लीला मणिमेकलाई के खिलाफ एफ आई आर दर्ज किए गए हैं लेकिन फ़िल्म निर्मात्री विदेश में है, इसलिए उसके खिलाफ कानूनी कार्यवाही आसान नहीं है। फिर भी तमाम संगठन अपने स्तर पर लगातार विरोध दर्ज करा रहे हैं, जिन का आरोप है कि हमेशा अभिव्यक्ति के नाम पर केवल हिंदू देवी-देवताओं पर ही प्रयोग किए जाते हैं, क्योंकि फ़िल्म निर्माताओं को भी ज्ञात है कि हिंदू सहिष्णु है और वह इस तरह की हरकतों के बाद भी तीखी प्रतिक्रिया जाहिर नहीं करता। बजरंग दल ने कहा कि अब ऐसा नहीं होगा। इस तरह के प्रयासों का पुरजोर विरोध होगा। इस दौरान बड़ी संख्या में बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद के सदस्य एवं पदाधिकारी उपस्थित थे।

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