पखांजूर से बिप्लब कुण्डू-
पखांजूर–
विधायक अनूप नाग ने आज कड़ा रुख अपनाते हुए रेलवे प्रशासन को आगाह किया यदि 7 दिनों के भीतर अंतागढ़ तक रेल परिचालन नहीं किया गया तो अंतागढ़ के हजारों लोग केवटी रेलवे स्टेशन के ट्रेक में बैठने को विवश हो जाएंगे जिनका नेतृत्व में स्वयं करूंगा, अनूप नाग ने कहा करीब 3 साल होने को जा रहे हैं, अंतागढ़ के रेलवे स्टेशन में ट्रायल भी हो चुका है बावजूद इसके जो ट्रेनें केवटी तक आ रही हैं उसे अन्तागढ़ तक नहीं भेजा जा रहा है, रेलवे प्रशासन एवं रेल मंत्रालय शायद अंतागढ़ क्षेत्र के लोगों की परीक्षा ले रहा है, किंतु रेल प्रशासन इस बारे में गंभीरता से विचार कर ले क्योंकि बीएसपी से निकलने वाले लौह अयस्क का परिवहन अंतागढ़ होते हुए ही भिलाई तक किया जाएगा, अन्तागढ़ क्षेत्र के लोगों की रेल प्रशासन या बीएसपी प्रबंधन द्वारा अनदेखी की जाती है तो इसका खामियाजा दोनों को भुगतना पड़ेगा।
विधायक अनूप नाग ने कहा कि केंद्र में बैठी सरकार के प्रतिनिधि के रूप में क्षेत्र के सांसद मोहन मंडावी ने शायद ही कभी इस विषय में रेल मंत्रालय से चर्चा की होगी और ना ही भाजपा के पूर्व विधायक एवं मंत्री विक्रम उसेंडी अंतागढ़ क्षेत्र के लोगों के हित की बात रेल मंत्रालय या बीएसपी प्रबंधन तक पहुंचाई होगी, साफ जाहिर है भाजपा के नेता सिर्फ दोषारोपण करने की राजनीति करते आ रहे हैं, केंद्र में भाजपा की सरकार है यदि वर्तमान सांसद एवं पूर्व विधायक और मंत्री विक्रम उसेंडी इस विषय पर गंभीरता से चर्चा करते तो अंतागढ़ तक रेलवे परिचालन बहुत पहले से शुरू हो जाता, किंतु अब यदि 1 सप्ताह में यदि रेलवे प्रबंधन अंतागढ़ तक रेलवे परिचालन नहीं करता है तो मैं स्वयं हजारों लोगों के साथ जाकर केवटी में स्थित रेलवे स्टेशन के रेलवे ट्रेक में बैठ जाऊंगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी रेलवे प्रशासन एवं प्रबंधन की होगी।
बता दे भिलाई स्टील प्लांट के लिए कच्चे लोहे के परिवहन के लिए रावघाट से भिलाई तक रेलपाथ बिछाई गई है जिससे रावघाट से कच्चा लोहा भिलाई स्टील प्लांट जाएगा , रेल पाथ अंतागढ़ तक लगभग पूर्ण हो चुकी है एवं यात्री ट्रेन का ट्रायल भी अंतागढ़ तक लिया जा चुका है , लोगों को लगा था ट्रायल के पश्चात कुछ ही दिनों में यात्री रेल का परिचालन अंतागढ़ तक शुरू कर दिया जाएगा किंतु 2 से 3 साल बीतने के बावजूद भी यात्री रेल अंतागढ़ तक नहीं आई यही वजह है क्षेत्रीय विधायक अनूप नाग ने इस विषय में कड़ा रुख अपनाते हुए यह निर्णय लिया है।