जिला सीईओ कोयलीबेड़ा ब्लाक के
गोठान द्वारिका पुरी,बारदा, कृष्णनगर, सावेर, पाड़ेंगा बड़गांव का भ्रमण कर समूह अध्यक्ष व सदस्य गण के साथ बैठक कर चर्चा किये।

पखांजुर से बिप्लब कुण्डू//

पखांजुर–
जिला सीईओ कांकेर सुमित अग्रवाल आज विकास खंड कोयलीबेड़ा में गोठान द्वारिका पुरी , बारदा, कृष्णनगर, सावेर, पाड़ेंगा बड़गांव का भ्रमण कर गोठान प्रबंधन समिति के अध्यक्ष, सरपंच , समूह अध्यक्ष व सदस्य गण के साथ स्वयं सदस्यों के साथ मेट में ही बैठ कर बैठक कर चर्चा किये। उनकी समस्याओं , मांग पत्र, प्रगति से अवगत हुए। साथ में जनपद सीईओ आशीष दे पखांजुर, कृषि अधिकारी ऋषि कुमार पटेल , मृणाल सिकदार एसबीएम, विहान से पीआरपी जनपद कोयलीबेड़ा रहे।
सर्वप्रथम तृतीय चरण के द्वारिकापुरी गोठान में कोटना पानी टांका वर्मी बेड, वर्मी टांका, आज का गोबर क्रय , आदि पाया गया तथा दिशा निर्देश दिया गया। पानी टांका में पानी भरे होने के कारण जानवर बराबर इधर उधर से चर कर टांका में आकर पानी पी रहे थे। जिसकी तारीफ करते हुए सीईओ द्वारा कहा गया कि बस मात्र प्रत्येक गोठान के पानी टांका में ऐसे ही रोज पानी भर कर चरवाहा रख दे तथा पर्याप्त पैरा रख दे तो 10 दिन में ही जानवर की आदत पड़ जाएगी। जिससे गोठान में गोबर की उपलब्धता होगी व चरवाहा उसे बेच कर अपनी प्रतिदिन की आय बढ़ा पायेगा। वहाँ पीडीएस भवन एवं कचरा सेड का निरीक्षण कर ग्रामीण जन एवं महिला स्व सहायता समूह के सदस्यों के साथ बैठक लेकर उनकी मांग को तत्काल स्वीकृति देने हेतु कहा गया।
उसके पश्चात प्रथम चरण के बारदा गोठान का निरीक्षण कर पेड़ के नीचे छाया में बैठक रख कर चर्चा कर उनकी सभी मांगो को ध्यानपूर्वक सुनते हुए स्वीकृति करने, दिशा निर्देश दिए। तथा बारदा के निर्माणाधीन आंगन बाड़ी का निरीक्षण किये।

वहाँ से क्रमशः द्वितीय चरण के कृष्णनगर गोठान पहुँच कर गोठान का निरीक्षण किये जहाँ स्व सहायता समूह सेड, निर्मित मुर्गी सेड, (जहाँ लेयर मुर्गी तैयार कर अंडा बिक्री करने), तालाब में मछली पालन करते, आदि मूल भूत सभी निर्माण कार्य देखे । 19 वर्मी टांका में से उत्पादित तैयार कंपोस्ट खाद को छनाई कर शीघ्र लैम्पस में पहुँचाने निर्देशित किया गया।
वहाँ से पखांजुर पहुँच कर पत्रकारों के चर्चा कर आगे तृतीय चरण के साबेर गोठान पहुँच कर निरीक्षण किये, जहाँ सभी मूलभूत संरचना निर्मित व संचालित है, मेट में ही बैठकर समिति समूह व पंचायत के सदस्यों के साथ चर्चा किये। एक सदस्य से वर्मी टांका को कैसे भरा गया पूछा गया तो उनके द्वारा सही सही जवाब दी गई ।

पहले मिट्टी का लगभग 1 इंच लेयर फैलाते हुए उसके ऊपर पत्तियां, पैरा का भूसा फिर गोबर व पुनः पत्तियां भूसा गोबर डालते हुए ऊपर जुट बारदाना रख कर नमी बनाये रख रहे है, व अब 4 दिन बाद शनिवार को केचुआ प्रति टांका 4 kg डालेंगे जिससे सीईओ द्वारा सभी क्रिया कलाप को देखकर काफी तारीफ किया गया। उनके मांग अनुसार एसएचजी भवन, बकरी पालन, सुकर पालन, राइस मिल शीघ्र देने की स्वीकृति दिए।
आगे प्रथम चरण के महाराष्ट्र बार्डर के लगा पाड़ेंगा गोठान पहुचकर समिति व समूह सदस्यों के क्रिया कलाप को देखकर सीईओ द्वारा खूब तारीफ किया गया। उनके मांग 20 टांका व स्व सहायता समूह भवन की उप यंत्री विक्रम साहू द्वारा तत्काल ले आउट कराया गया, गोठान में काफी कुसुम पौधा होने से समूह के मांग पर लाख उत्पादन करने की प्रशिक्षण ऋषि कुमार पटेल को देने कहा गया। उनके सागसब्जी उत्पादन , निर्मित खाद के लैम्पस में भंडारण की जानकारी लिया गया। समूह के महिला अध्यक्ष द्वारा बताया गया कि उसने सभी अपने सदस्यों को जिला सहकारी केंद्रीय बैंक बांदे लेकर गयी और वही उनके पहले के विक्रय खाद की राशि को निकाल कर सभी सदस्यों को 3-3 हजार का वितरण की। जिससे सदस्य गण काफी खुश होकर अब कार्य की प्रगति में बढ़ चढ़ कर उनके घर से बिना रोक टोक के भाग ले रही है।
आगे कांकेर वापसी में बड़गांव गोठान का निरीक्षण करते हुए अग्रवाल प्रफुल्लित मन से स्थानीय अधिकारियों व कर्मचारियों को शुभकामनाएं देते हुए धन्यवाद ज्ञापित कर बिदाई लिए।

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