
कुदुदंड मिलन चौक निवासी 35 वर्षीय रीना उर्फ सीमा माली , स्व. शंकर माली की बेटी थी। वो अपने पति से अलग दो बच्चों के साथ अपने पिता के मकान में रहती थी। बीते 5 जनवरी को शाम के समय वह चिकन लेने घर से निकली थी, और घर वापस नहीं आई। उसने नगर निगम के एक कर्मचारी को 5 जनवरी को देर रात मोबाइल पर कॉल कर सहेली के जन्मदिन पार्टी में जाने की जानकारी देते हुए बताया, कि वह रेलवे स्टेशन के करीब बुधवारी बाजार के पास है और आसपास अंधेरा है। उसने परिजनों को सुबह घर पहुंचने की जानकारी दी।लेकिन वह दूसरे दिन भी नहीं लौटी।
इधर परिजन लगातार सीमा के मोबाइल पर कॉल करते रहे, लेकिन वह कॉल रिसीव नहीं कर रही थी। 6 जनवरी को सफाई कर्मी घर पहुंचा, और सीमा का फोन आने की जानकारी दी। परिजनों ने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट सिविल लाइन थाने में दर्ज कराई। पुलिस ने मोबाइल कॉल लोकेशन से पुलिस को पता चला कि रीना उर्फ सीमा के मोहल्ले में रहने वाले प्रभात यादव से लगातार मोबाइल पर उसकी बातें होती थी। 5 जनवरी को भी सीमा और प्रभात के बीच बातचीत हुई थी। संदेह के आधार पर पुलिस ने प्रभात को हिरासत में लेकर पूछताछ की। शुरू में तो वह पुलिस को गुमराह करता रहा फिर उसने सीमा से प्रेम प्रसंग होने की जानकारी देते हुए बताया, कि दोनों के बीच विवाद हुआ था और उसने सीमा की हत्या कर बिरकोना खार में लाश फेंक दी थी। घटना वाले दिन प्रभात यादव ने पूरी योजना बनाई और वह अपने साथ अपनी प्रेमिका सीमा माली को घुमाने ले गया। योजना अनुसार शाम करीब 6:30 बजे अपनी मोटरसाइकिल में बिठाकर सीमा को वह खमतराई बिरकोना की ओर सुनसान इलाके में लेकर गया। अपने साथ प्रभात यादव ने शराब की बोतल भी रखी थी। योजना के अनुसार उसने सीमा को शराब पिलाई और उसके साथ शारीरिक संबंध बनाने का भी प्रयास किया। बताया जा रहा है कि इसी दौरान शराब के नशे में सीमा माली और उसके प्रेमी प्रभात यादव के बीच फिर से किसी बात को लेकर कहा सुनी होने लगी। दरअसल विवाहित सीमा से प्रेम संबंध बनाने वाला आरोपी प्रभात यादव भी शादीशुदा था और उसे डर था कि सीमा की वजह से उसका परिवार टूट सकता है। इसी डर से उसने सीमा को रास्ते से हटाने का फैसला किया था। सुनसान इलाके में विवाद के बाद प्रभात यादव ने सीमा माली के गले के पट्टे का फंदा बनाकर वही उसका गला घोट दिया और घसीट कर उसकी लाश को बिरकोना पौंसरा रोड के अंदर कच्ची सड़क के पास ले जाकर छोटी नहर के नीचे फेंक दिया। सीमा माली को ठिकाने लगाने के बाद प्रभात यादव ने उसके मोबाइल फोन को अपने पास रख लिया और उसके मोबाइल में आने वाले कॉल को उसने अलग-अलग जगह पर उठाकर अलग-अलग लोकेशन दिखा कर पुलिस को भी गुमराह करने का प्रयास किया। लेकिन इतनी चालाकी के बावजूद भी वह बच ना सका । प्रेमी की निशानदेही पर पुलिस ने सीमा माली के सड़े गले शव को बरामद कर लिया।
मृतिका केशव पर पहने हुए गहने और उसके मोबाइल से लाश की शिनाख्त हुई। इस मामले में एक बार फिर सिविल लाइन थाना प्रभारी मोहम्मद कलीम खान की साइबर विशेषज्ञता तुरुप का पत्ता साबित हुई । हालांकि पिछले कुछ दिनों से कई संदेहिओ को पकड़कर पुलिस लगातार पूछताछ कर रही थी। पुलिस को शक था कि महिला के लापता होने में इनका हाथ है लेकिन पुलिस भी यह नहीं जानती थी कि लापता महिला की हत्या की जा चुकी है ।अपने पति को छोड़कर सीमा माली एक शादीशुदा प्रभात यादव के झांसे में आ गयी थी। लेकिन प्यार की तलाश में उसके हाथ मौत ही लगी। इस मामले में अपनी ही प्रेमिका के कत्ल के इल्जाम में आरोपी प्रभात यादव को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है
इस वारदात से दो परिवार तबाह हो गए । एक तरफ सीमा माली के बच्चे अनाथ हो गए तो वही प्रभात यादव के जेल जाने से उसका परिवार भी बिखरता नजर आ रहा है।
