सावरकर, शिवाजी और संजय राउत पर महाराष्ट्र में उठा है बवंडर, गठबंधन सरकार को पड़ रहे हैं विवादों के झटके पर झटके

शशि कोंन्हेर

महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार को जिस तरह एक के बाद एक विवाद को चक्रवात झेलने पड़ रहे है उसे इस सरकार के भविष्य के लिए अच्छा संकेत नही माना जा सकता।

सरकार बनाने की तमाम कोशिशों के औंधे मुंह गिरने से भाजपा कोमा में पड़ी है। लेकिन शिवसेना के प्रवक्ता और उसके मुखपत्र के संपादक संजय राउत  का बड़बोलापन इस सरकार को भारी पड़ रहा है। उनकी गलतियों और बदजुबानी के कारण फ्रंट फुट में खेल रही शिवसेना को बेक फुट पर आना पड़ रहा है। दो दिन पहले ही उन्होंने देश की पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गांधी के  माफिया डॉन  करीम लाला से मुंबई आकर मिलने की बात कहकर ऐसा बवण्डर खड़ा किया जिसे शांत करने के लिये संजय राउत को काँग्रेस से माफी मांगनी पड़ी। वही  अपना बयान भी वापस लेना पड़ा। इसी तरह भाजपा कार्यकर्ता शिवभगवान गोयल की किताब”आज के शिवाजी; नरेंद्र मोदी” को लेकर उठे बवाल में शिवाजी के वंशज व भाजपा नेता उदयनराजे के खिलाफ संजय राउत ने ऐसी अपमानास्पद टिप्पणी कर दी जिससे वहां एक नया बवाल खड़ा हो गया। और उदयन राजे को मुख्यमंन्त्री से यह कहना पड़ा कि “उद्धव जी, जरा संजय राउत को समझाएं की वो मुँहजोरी कम करें। वहीं इससे,, किताब को लेकर बैक फुट पर खड़ी भाजपा  को आक्रामक होने कस मौका मिल गया। ये विवाद अभी सलटा भी नहीं था कि वीर सावरकर को लेकर राउत ने ऐसा कुछ कह दिया कि खुद आदित्य ठाकरे को आगे आकर कहना पड़ा कि श्री राउत ने जो कुछ कहा वो उनके अपने विचार हैं। दरअसल  वीर सावरकर को लेकर कांग्रेस नेताओं के द्वारा की जा रही टिप्पणियों का जिक्र करते हुये श्री राउत ने कहा कि जो लोग वीर सावरकर की देशभक्ति पर उंगली उठाते है उंन्हे दो दिन अंडमान निकोबार की उस सेल्युलर जेल में दो दिन गुजारना चाहिये। जिसमे वीर सावरकर ने कई साल गुजारे थे। उनके इस बयान से कांन्ग्रेस भड़क गई। इसे देखते हुए ही आदित्य ठाकरे ने संजय राउत के बयान से शिवसेना को अलग कर लिया। दरअसल वीर सावरकर और छत्रपति शिवाजी महाराज था हिंदुत्व की विचारधारा ही शिवसेना और कांग्रेस की भी दुखती रग है। जानकारों का दावा है कि महाराष्ट्र की गठबंधन सरकार इन्ही के बोझ से गिरेगी। और संजय राउत के बयान गठबंधन सरकार की इसी दुखती रग को बार बार दबा रहे हैं।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!