बुधवार दोपहर नेहरू चौक पोस्ट ऑफिस के पास से गुजर रहे एक व्यक्ति के हाथ से नकाबपोश मोटरसाइकिल सवार डेढ़ लाख रुपए लूट कर भाग गया। जैसे ही इसकी खबर सभी थानों को मिली आनन-फानन में शहर से बाहर जाने वाले सभी रास्तों में नाकेबंदी कर लूटेरे मोटरसाइकिल सवार की तलाश शुरू कर दी गई। थानों के सामने भी चेकप्वाइंट लगाकर गुजरने वाले वाहनों की तलाशी ली गई। अचानक शहर में पुलिस के इस तरह सक्रिय होने से आम लोगों में भी हड़कंप मच गया। लोगों ने इसे वाहन जांच समझा और वे जांच से बचने इधर-उधर गलियों से भागते नजर आए। बाद में पता चला कि यह तो पुलिस की मॉक ड्रिल थी। जिसके बाद पूरे शहर ने राहत की सांस ली । असल में चुनाव और अन्य कार्य में लगातार व्यस्त होने से पुलिस अपनी नियमित जिम्मेदारियों के प्रति बेपरवाह होती जा रही थी। इधर लगातार शहर में लूटपाट की घटना बढ़ रही है। बिलासपुर की पुलिस ऐसी घटनाओं को लेकर कितनी चौकन्नी और सजग है यह जांचने के लिए पुलिस अधीक्षक के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रकाश चंद्र शर्मा द्वारा मॉक ड्रिल का आयोजन किया गया।
करीब 2 साल बाद पुलिस की ऐसी सक्रियता एक बार नजर आई। जैसे ही पॉइंट चला कि नेहरू चौक के पास लाखों की लूट हो गई है तो वैसे ही पुलिस के साथ मीडिया भी सक्रिय हो गयी। मीडिया खबर की सच्चाई तलाशने में जुटी रही लेकिन खोदा पहाड़ निकली चुहिया के तर्ज पर सारी कवायद रिहर्सल साबित हुई। हालांकि यह कवायद भी औपचारिकता भर रही। पुलिस ने शहर के कुछ स्थानों पर चेकिंग पार्ट लगाया, कुछ वाहनों की जांच भी हुई, लेकिन पुलिस के इस पॉइंट के बाद भी लोग पुलिस के सामने से ही फर्राटे भरते हुए भागते रहे। इसके लिए चेकिंग प्वाइंट के आसपास की गलियों का लोगों ने सहारा लिया। जब मामले का खुलासा हुआ तो लोगों ने यह भी कहा की कुंभकरण की नींद में सोई पुलिस को जगाने की कोशिश ही बताती है कि हमारी पुलिस किस तरह से निष्क्रिय हो चुकी है । पुलिस को हमेशा चौकन्ना रहना चाहिए, इसके लिए डेढ़ लाख रुपए की लूट की खबर फैलाने की जरूरत नहीं पड़नी चाहिए। हालांकि विभाग का दावा है कि उनके द्वारा इस तरह के मॉक ड्रिल का आयोजन समय-समय पर किया जाता है लेकिन सच तो यह है कि यह प्रयास करीब 2 साल बाद किया गया, यह भी चर्चा का विषय रहा । मॉक ड्रिल की कवायद के बाद आखिरकार मोटरसाइकिल सवार लुटेरा पकड़ लिया गया। इसके साथ पूरे शहर ने चैन की सांस ली। भले ही पूरी कवायद एक ड्रामा थी लेकिन इस बहाने बिलासपुर पुलिस की अग्नि परीक्षा हो गई। और पुलिस इस लिटमस टेस्ट में पास करार दी गई।