
मो नासीर
इस दौर में मोबाइल सिर्फ संपर्क का माध्यम ही नहीं रह गया है बल्कि मोबाइल नंबर भी आधार कार्ड की तरह किसी व्यक्ति की पहचान बन चुके हैं।इसलिए पुलिस विभाग के जिम्मेदार कर्मचारियों के भी सतत संपर्क में रहने के लिए लिए गए निर्णय के तहत क्लोज यूजर ग्रुप के अंतर्गत सभी पुलिस कर्मचारियों को सीयूजी नंबर का वितरण किया जा रहा है। प्रदेश के 80 हज़ार कर्मचारी और अधिकारियों को सीयूजी नंबर के सिम कार्ड प्रदान किए जाएंगे, जिसकी शुरुआत करते हुए क्लोज यूजर ग्रुप के अंतर्गत जिले के 1761 पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों को बीएसएनल का सिम बांटा जा रहा है।
इससे अब पुलिस कर्मचारियों को कार्य के दौरान आपसी संपर्क के लिए अतिरिक्त व्यय नहीं करना होगा । इस प्लान के तहत पुलिस कर्मचारियों को 2GB डाटा और 100 s.m.s. प्रतिदिन प्रदान किए जाएंगे। कर्मचारी यह सिम अपने रिटायरमेंट तक रखेंगे, भले ही उनका स्थानांतरण हो जाए लेकिन फिर भी यही नंबर उस कर्मचारी या अधिकारी की पहचान होगी । इसकी शुरुआत करते हुए बिलासपुर में एसपी प्रशांत अग्रवाल ने एडिशनल एसपी ओपी शर्मा और संजय कुमार ध्रुव के साथ टीआई परिवेश तिवारी, सुरेंद्र स्वर्णकार शीतल, सिदार, अंजू चेलक, मीना सिंह शनिप रात्रे, यूएन शांत कुमार, सागर पाठक और अन्य अधिकारियों को सिम कार्ड प्रदान किया । इसके साथ ही जिले के 1764 जवानों को यह सरकारी नंबर अलॉट किया जाएगा ।हालांकि इसके लिए कड़े मापदंड भी तय किए गए हैं। कोई भी अधिकारी या कर्मचारी बिना किसी पुख्ता कारण के यह नंबर बंद नहीं कर सकेगा । ऐसा करने पर उसे इसकी सजा भुगतनी होगी। शासकीय सिम कार्ड को किसी अन्य व्यक्ति को देना भी निषिद्ध है ।
सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को सिम का उपयोग उनकी पूरी नौकरी तक करना होगा और रिटायरमेंट के बाद इस सिम को जमा करना पड़ेगा। अगर किसी कारण से सिम कार्ड गुम हो जाता है या उसे नुकसान पहुंचता है तो फिर अतिरिक्त शुल्क जमा कर नया सिम हासिल किया जा सकता है। जल्द ही पुलिस कर्मचारियों के सीयूजी नंबर सार्वजनिक भी कर दिए जाएंगे ताकि जनता भी जरूरत के वक्त पुलिस अधिकारी और कर्मचारियों से मोबाइल पर संपर्क कर सके। असल में पुलिस कर्मचारियों के लगातार होने वाले तबादले के बाद उन्हें ढूंढना मुश्किल काम हो जाता है। वही आपस में लगातार तालमेल रखने के लिए भी उन्हें टॉकटाइम के लिए अपनी जेब से पैसे भरने पड़ते हैं, लेकिन बीएसएनएल के इस सीयूजी नंबर में ₹98 का रिचार्ज करने के बाद पुलिस के कर्मचारी और अधिकारी आपस में तो बिल्कुल मुफ्त में बात करेंगे ही साथ ही मुफ्त एसएमएस और 2GB डाटा का भी प्रयोग कर सकेंगे। कर्मचारियों के परस्पर संचार सुविधा के लिहाज से इसे महत्वपूर्ण माना जा रहा है। विभाग की इस पहल की सभी पुलिस कर्मचारियों ने सराहना की है। एक प्रकार से यह सीयूजी नंबर पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों की पहचान बनने वाली है।
