सामाजिक संस्था सेवा एक नई पहल ने मन पहरी में मनाया होलिकोत्सव, दृष्टिबाधित गायिका राजेश्वरी की सुर साधना में की उल्लेखनीय मदद

विजय दानिकर


            ग्रामीण शिक्षा जागरुकता अभियान हेतु प्रतिबद्ध सामाजिक संस्था सेवा एक नई पहल अपना हर तीज त्यौहार ग्रामीणों के बीच जाकर मनाती हैं इसी तारतम्य में आज कोटा लोरमी मार्ग पर स्थित ग्राम *मनपहरी* में होलीकोत्सव मनाया गया –
         कार्यक्रम की शुरुआत में प्रतिभाशाली *दृष्टि बाधित* गायिका बच्ची राजेश्वरी को पढ़ाई और सुर साधना में मदद के लिए ऑक्सिजन मेन राजेश खरे द्वारा एक सेट माइक व समाज सेवी सरोज अग्रवाल द्वारा एक सेट मोबाईल भेंट की गई व शासकीय हाई स्कूल के छात्रों को बेट बाल ,  बालिकाओं को ड्रेस , बैडमिंटन व लूडो अन्य प्रतिभावान बच्चो व गेस्ट टीचर को शर्ट पैंट तथा धन गुरु नानक दरबार के प्रमुख सेवादार मूलचंद नारवानी व मनोज सरवानी द्वारा प्रदत्त मिष्ठान व कापी आदि का वितरण किया गया 

              इसके पश्चात् वरिष्ठ समाज सेवी गोवर्धन मोटवानी जी के सानिध्य में ग्राम की आंगन बाड़ी व प्राथमिक शाला के बच्चो को सुनिल तोलानी , लवी तोलानी , अंजु श्रीवास्तव व अपर्णा सिंह द्वारा प्रदत्त रंग गुलाल , पिचकारी , टोपी , मुखोटे व कई प्रकार के खिलौने केक आदि व ग्रामीणों को कपडे भेंट कर होली की शुभकामनाए दी गई – कार्यक्रम की सफलता के लिए संस्था की संयोजिका रेखा आहूजा जी ने स्कूल के शिक्षक गण टंडन सर , नारायन नायक  ,  प्रकाश बंजारे , संतोष बघेल, मनीषा ठाकुर,धनसिंग जगत ,  ममता मानिकपुर तथा संस्था के संस्थापक सतराम जेठमलानी  , मुकेश पमनानी  , अंजु लाल के प्रति आभार व्यक्त किया।

            बांस को छील काट कर नए नए आकार देना यथा सूपा, टोकनी छतरी आदि इत्यादि इस परिवार का पुश्तैनी व्यवसाय है और पूरा परिवार इस कार्य मे दक्ष भी है  –
                      कोटा लोरमी रोड़ पर  तेंदुआ से थोड़ा आगे है ग्राम *खपरा खोल*  इसी के लेफ्ट साइड पड़ता है छोटा पर साफ सुथरा प्यारा सा गांव  *मनपहरी* – इसी गांव में बसने वाले इस बांस के शिल्पी परिवार को क्या मालूम था कि एक और कला उनके घर में सरस्वती के रुप में आ रही है – भगवान ने इस परिवार को कोकिल कंठ तो दिया पर बदले में *नेत्र ज्योति* अपने पास रख ली –
               *पितृ सुख* से वंचित इस *दृष्टि बाधित*  बालिका का मोबाइल सेट अचानक पानी में गिर गया अब तो न सुर साधना हो पा रही थीं न ऑनलाइन पढ़ाई लिखाई –
                   रतनपुर के सजग पत्रकार *श्री विजय दानिकर जी* ने मदद की अपेक्षा के साथ इस *कोकिल कंठी* का एक VDO सेवा एक नई पहल से शेयर किया –
        संस्था की संवेदन शील संयोजिका रेखा आहुजा जी के संज्ञान लेते ही दीदी *सरोज अग्रवाल* ने मोबाइल की व्यवस्था कर दी –
                 ऑक्सिजन मेन राजेश खरे जी के एफर्ट से एक नया माइक सेट संजो कर हम सब सदस्य शहर के वरिष्ठ समाज सेवी  *श्री गोवर्धन मोटवानी जी* के नेतृत्व में जा पहुंचे ग्राम मन पहरी

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