लिटिल जीनीयस अरमान उभरानी ने नन्ही सी उम्र में ही 2 वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम करने के साथ इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में भी नाम दर्ज कराने में सफलता अर्जित की है। आमतौर पर गणित का विषय बच्चों को उलझन भरा लगता है और वे इससे भागते हैं, लेकिन तोरवा निवासी मनीष उमरानी और साइना उभरानी के बेटे अरमान ने अभी 5 साल भी पूरे नहीं किए हैं और इस बीच उन्होंने गणित के गुणांक को पलक झपकते हल करने में निपुणता हासिल कर ली है ।
जिस गणित के गुणांक को सुलझाने में बड़े- बड़ों के पसीने छूट जाते हैं, उसे यह नन्हा बालक मिनटों में हल कर देता है। अरमान ने 2 से 20 तक के पहाड़े को महज 8 मिनट 30 सेकंड में हल कर लंदन के हावर्ड वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना स्थान बनाया है। इसी तरह से वर्ल्ड रिकॉर्ड के लिए आयोजित की गई ऑनलाइन परीक्षा में भी गणित के 86 सवालों को मात्र 16 मिनट में हल कर अरमान ने अपने नाम एक और रिकॉर्ड बनाया। इसी तरह 100 गुणांक को 3×1 से मात्र 12 मिनट 8 सेकंड में हल किया। मात्र 5 साल के अरमान की गणित में दक्षता देख अच्छे-अच्छे दांतो तले उंगली दबा लेते हैं। अरमान के लिए गणित एक खेल है, जिसका वे भरपूर लुत्फ लेते हैं।
जिस उम्र में बच्चे खेल खिलौने और कार्टून को लेकर उलझे रहते हैं, उस उम्र में अरमान हमेशा गणित के विषय में ही सोचते हैं। यहां तक कि सोने से पहले भी वह अपनी मां के साथ गणित पर ही चर्चा करते हैं। मां साइना बताती है कि अरमान की याददाश्त बहुत तेज है। गणित के किसी भी समस्या को हल करना अरमान के लिए बांए हाथ का खेल है। नए जमाने के इस आर्यभट्ट की गणित में रुचि देखकर कहीं आप यह न समझ लेना कि वह दिन भर सिर्फ गणित में ही उलझा रहता है। किसी सामान्य बच्चे की तरह खेलकूद में भी अरमान उभरानी उतना ही सक्रिय है। स्केटिंग और बैडमिंटन उसके प्रिय खेल है।
कहते हैं होनहार बिरवान के होत चिकने पात । पालने में ही अरमान उभरानी की प्रतिभा यह विश्वास जगाती है कि आने वाले दिनों में अरमान गणित के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि हासिल करेंगे।
गणित के क्षेत्र में इंडिया बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराने वाले अरमान उभरानी संभवतः छत्तीसगढ़ के एकमात्र छात्र हैं। उनकी मां को अरमान के हुनर का पता तब चला जब अरमान कुछ ही मिनटों में टेबल याद कर उन्हें सुनाने लगा। धीरे-धीरे उसकी प्रतिभा और निखरती गई, लेकिन यह तो शुरुआत भर है। नन्हीं सी उम्र में अरमान ने जो उपलब्धि हासिल की है, उससे उम्मीदें अभी से आसमान छूने लगी है।