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बिलासपुर रेलवे अस्पताल की सड़क को पुनः आरंभ करने की मांग को लेकर एनएसयूआई बिलासपुर ने रेलवे जोनल कार्यालय का घेराव किया। कोविड-19 की पहली लहर में रेलवे अस्पताल को भी कोविड-19 अस्पताल बनाए जाने से रेलवे अस्पताल सड़क को अस्थाई तौर पर बंद किया गया था। अभी स्थिति सामान्य होने के बाद यह प्रतिबंध खत्म हो जाना चाहिए था, लेकिन रेलवे अधिकारियों की हठधर्मिता के चलते यह सड़क आज तक बंद है। इस सड़क का इस्तेमाल रेलवे क्षेत्र के निवासियों के साथ बिलासपुर वासी भी करते रहे हैं, जिससे बड़ा गिरजा चौक से लेकर तितली चौक तक सड़क पर यातायात का दबाव कम पड़ता है। तार बाहर से जीएम और डीआरएम कार्यालय के साथ-साथ आसपास रेलवे कॉलोनी में रहने वाले रेल कर्मचारी भी इस शॉर्टकट रोड से आना-जाना करते थे, लेकिन दो साल पहले इसे बंद कर दिया गया और रेलवे के अधिकारी इसे खोलने तक के लिए तैयार नहीं है।
इस पर पहले ही एनएसयूआई ने मांग पत्र सौंपते हुए अल्टीमेटम दिया था लेकिन रेलवे द्वारा किसी तरह की प्रतिक्रिया नहीं दर्शाने पर एनएसयूआई कार्यकर्ताओं और युवा कांग्रेस ने रेलवे महाप्रबंधक कार्यालय का घेराव कर दिया। धरना प्रदर्शन और नारेबाजी के बाद प्रतिनिधिमंडल ने जीएम सेकेंडरी से मिलकर अपना ज्ञापन सौंपा और सड़क खुलवाने की मांग की।