मो नासीर
बिलासपुर जैसे मध्यम श्रेणी के शहर में भी अब बड़े पैमाने पर महंगे ड्रग्स की सप्लाई होने लगी है। यहां एमडीएमए जैसे महंगे ड्रग्स के भी ग्राहक है, इसका खुलासा पुलिस ने किया।
नशे के कारोबार के खिलाफ लगातार अभियान चला रहे बिलासपुर पुलिस को सूचना मिली थी कि एक व्यक्ति राजकिशोर नगर चौक के पास महंगा नशीला पदार्थ बेचने के लिए ग्राहक ढूंढ रहा है। सूचना के बाद सरकंडा पुलिस ने एक संयुक्त टीम बनाकर मुखबिर के बताए गए स्थान में जाकर संदिग्ध व्यक्ति को घेराबंदी कर पकड़ा, जिसके पीठ में एक बैग लटका हुआ था।
पूछताछ में उस व्यक्ति ने अपना नाम अश्विनी साहू बताया। मूलतः बलोदा बाजार भाटापारा का रहने वाला अश्विनी साहू फिलहाल सूर्या विहार सुपेला दुर्ग में रह रहा था। उसके पास मौजूद बैग की तलाशी लेने पर उसके पास से 35 ग्राम जीपर पॉलिथीन पैकेट में एमडीएमए नामक ड्रग्स पाया गया। इसे बोलचाल की भाषा में म्याऊं म्याऊं, मेढ़ी पिगर्स के नाम से भी जाना जाता है। पूछताछ के दौरान यह खुलासा हुआ कि अश्विनी साहू भिलाई और रायपुर के प्रमुख नाइट पब एवं क्लब में काम करता था , जहां उसका संपर्क नशे के सौदागर से हुआ। उसे रायपुर में रहने वाला आकाश भारद्वाज नशीले पदार्थ की सप्लाई करता था, जिसे वह बताए हुए ग्राहक तक डिलीवरी करता था। इस काम में उनका सहयोग आदर्श अग्रवाल नामक एक व्यक्ति भी कर रहा था। सूचना मिलने के बाद पुलिस ने ग्राहक बनकर जाल बिछाया और महावीर नगर रायपुर में रहने वाले आकाश भारद्वाज को पकड़ा, जो मूलतः उत्तम नगर दिल्ली का रहने वाला था।
इनके एक और साथी राजेंद्र नगर रायपुर निवासी आदर्श अग्रवाल को भी पुलिस ने ट्रेप कर दबोच लिया। इनके पास से पुलिस को मैथिली डाई ऑक्सीमेथेलॉन फेटामाइन बरामद हुआ। पूछताछ के दौरान आकाश भारद्वाज ने बताया कि वह मूलतः दिल्ली का रहने वाला था, जहां उसे अपने दोस्तों के साथ एम डी एम ए लेने की लत लग गई। शादी के बाद वो रायपुर में आकर बस गया। फिर उसने अपने शौक को अपने कारोबार में बदल लिया। वह न सिर्फ ड्रग का इस्तेमाल कर रहा था, बल्कि पेडलर की मदद से उसकी सप्लाई भी कर रहा था। आकाश भारद्वाज अपने आदमी अश्विनी साहू और आदर्श अग्रवाल के माध्यम से नशीले पदार्थ की सप्लाई करा रहा था । वह डायरेक्ट कभी इस कारोबार के साथ जुड़कर डील नहीं करता था। इसके लिए वह अपने पेडलर आदर्श अग्रवाल और अश्विनी साहू का इस्तेमाल कर रहा था। जांच के दौरान पुलिस को इन तीनों आरोपियों के पास से 11.5 ग्राम एमडीएमए बरामद हुआ। एनडीपीएस एक्ट की धारा 21 के तहत इनकी गिरफ्तारी की गई है। वही मामला नारकोटिक्स डिपार्टमेंट को सौंप दिया गया है। जांच के दौरान और भी खुलासे होने की उम्मीद की जा रही है।