मनचाहे स्थान पर पोस्टिंग देने के नाम पर रिश्वत लेने वाले 2 शिक्षक गिरफ्तार

मो नासीर

शनिवार को विद्या की देवी सरस्वती की आराधना का उत्सव मनाया जा रहा है। मां सरस्वती विद्या की देवी है और उन्हें मानने वाले, विद्या देने वाले शिक्षकों से उच्च आदर्श की अपेक्षा की जाती है । लेकिन इसी दिन ऐसे 2 शिक्षक गिरफ्तार किए गए, जिन्होंने शिक्षकों को मनचाहा पोस्टिंग देने के नाम पर रिश्वत लेने का भ्रष्ट कार्य किया गया था। इस मामले में सिविल लाइन पुलिस ने सरकंडा गली नंबर 9 निवासी योगेश पांडे और बंधवापारा सरकंडा निवासी नंद कुमार साहू नाम के शिक्षको को गिरफ्तार किया है। ग्राम सोंठी तहसील शक्ति जांजगीर-चांपा निवासी शिक्षक ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराया था कि वह शिक्षा विभाग में व्याख्याता है। वर्ष 2019 में शिक्षा विभाग में व्यापम द्वारा शिक्षक के पद का विज्ञापन निकला था, जिसमें उसने अपनी पत्नी का फॉर्म भरा था।

उस फॉर्म में उसने अपने मोबाइल नंबर को संपर्क नंबर के रूप में दर्ज किया था। उनकी पत्नी ने शिक्षा विभाग में परीक्षा दी थी। 20 जनवरी 2022 को चयनित सूची में उनकी पत्नी का नाम भी शामिल था। पत्नी का नाम चयन सूची में आने के बाद प्रार्थी के मोबाइल नंबर पर फोन आया था। दूसरी ओर से बात करने वाले ने अपना नाम नंदकुमार साहू बताया। नंदकुमार साहू ने कहा कि अगर उनकी पत्नी को मनचाहा पोस्टिंग चाहिए तो वह हो सकता है। शुरू में तो प्रार्थी ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया लेकिन नंद कुमार साहू ने फिर से उन्हें फोन कर ₹85,000 की मांग की। नंद कुमार साहू ने बताया कि वह बी ई ओ ऑफिस तिलक नगर में काम करता है और ₹85,000 देने पर वह उनकी पत्नी का मनचाहे स्थान पर पोस्टिंग करवा सकता है ।

ऐसा न करने पर पोस्टिंग लटका देने की धमकी दी गई। जिस से डरकर प्रार्थी ने नंदकुमार साहू को ₹52,000 नगद उसके घर बंधवापारा सरकंडा में ले जा कर दिया। इसके बाद पत्नी के बैंक खाते से इंटरनेट बैंकिंग के माध्यम से ₹33000 ऑनलाइन भुगतान भी किया। नंदकुमार साहू द्वारा शिक्षक पोस्टिंग के लिए अनुचित तरीके से रिश्वत के रूप में ₹85,000 लिया गया था। जिसकी शिकायत थाने में दर्ज कराएगी। पुलिस ने मामले को जांच में लिया और फिर बंधवापारा सरकंडा से आरोपी नंदकुमार साहू को गिरफ्तार किया। पूछताछ में पता चला कि इस काम में वह केवल मोहरा था। मामले का मास्टर माइंड तो एक और शिक्षक योगेश कुमार पांडे था।
उसने तो सिर्फ योगेश कुमार पांडे के कहने पर ₹5000 प्रति अभ्यर्थी कमीशन के लालच में यह सौदा किया था। लिस्ट में मौजूद मोबाइल नंबरों से संपर्क कर मनचाहा पोस्टिंग देने हेतु सौदा करना उसका काम था।

नंदकुमार साहू की निशानदेही पर इस मामले के मुख्य आरोपी योगेश कुमार पांडे को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में दोनों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है। आरोपी योगेश कुमार पांडे के कब्जे से रिश्वत में प्राप्त रकम में से ₹18,000 पुलिस ने जप्त किया है। उनके पास से शिक्षकों की चयन सूची भी बरामद हुई है। भ्रष्टाचार करने वाले इन दोनों आरोपियों को भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा 7 के तहत गिरफ्तार किया गया है, इसका खुलासा पुलिस ने शनिवार को किया।

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