

बिलासपुर। पुराने बस स्टैंड चौक स्थित महुआ होटल परिसर में नगर निगम द्वारा की गई कार्रवाई के बाद एक बार फिर अवैध निर्माण शुरू हो गया है। मई माह में निगम ने यहां अवैध निर्माणों को ढहाया था, लेकिन निगम की ढिलाई का फायदा उठाकर अब फिर से नक्शे के विपरीत निर्माण कार्य कराया जा रहा है। हैरानी की बात यह है कि निगम के भवन शाखा और जोन क्रमांक-5 के इंजीनियरों को इसकी जानकारी होने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं की जा रही है।
जानकारी के अनुसार महुआ होटल की जमीन पर तीन अलग-अलग लोगों द्वारा निगम की अनुमति के विरुद्ध निर्माण किया गया था। रामचंद्र लालचंदानी, महक आहूजा और दौलत राम चौधरी ने स्वीकृत नक्शे में दर्शाई गई खुली जगह और पार्किंग छोड़े बिना निर्धारित सीमा से अधिक निर्माण कर लिया था। नक्शे के अनुसार जहां पार्किंग होना चाहिए थी, वहां दुकान बना दी गई, वहीं पीछे के ओपन एरिया में भी पक्का निर्माण कर लिया गया।
नगर निगम ने इन निर्माणकर्ताओं को 13 अगस्त 2024, 11 सितंबर 2024 और 14 अप्रैल 2025 को नोटिस जारी कर निर्माण रोकने के निर्देश दिए थे। इसके बावजूद जब निर्माण कार्य नहीं रोका गया तो मई 2025 में निगम ने कार्रवाई करते हुए अवैध निर्माण को ढहा दिया था।
जवाली नाले में मलबा, सड़क चौड़ीकरण अटका
कार्रवाई के दौरान जवाली नाले के पास तोड़े गए अवैध निर्माण का मलबा अब तक नहीं हटाया जा सका है। मलबा पड़े रहने के कारण सड़क चौड़ीकरण का कार्य भी अटका हुआ है। निगम इस मार्ग को चौड़ा करने की योजना बना रहा है, ताकि तेलीपारा की ओर से जूना बिलासपुर मुख्य मार्ग तक आने-जाने वालों को राहत मिल सके, लेकिन मलबा न हटने से योजना ठप पड़ी है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पहले प्रकाशित खबरों के बाद निगम ने जांच कर कार्रवाई की थी, लेकिन अब उसी स्थान पर फिर से अवैध निर्माण होने से निगम की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। नागरिकों ने मांग की है कि निगम तत्काल दोबारा कार्रवाई कर अवैध निर्माण हटाए और जिम्मेदार अधिकारियों पर भी जवाबदेही तय करे।
