

छत्तीसगढ़ में वर्षों से चल रही डबल वोटिंग की प्रवृत्ति पर इस बार निर्वाचन आयोग की कड़ी निगरानी भारी पड़ी है। प्रदेश में 1.56 लाख से ज्यादा मतदाताओं ने अपने पुश्तैनी गांव और शहर—दोनों जगहों से एसआईआर फॉर्म भरकर वोट डालने की कोशिश की, लेकिन आयोग के सॉफ्टवेयर ने इन्हें स्वतः पकड़कर एक ही फॉर्म को मान्यता दी और दूसरा फॉर्म रिजेक्ट कर दिया। केवल एक विधानसभा क्षेत्र में नाम रह सकेगा।
बिलासपुर में सबसे ज्यादा 15,836 डबल फॉर्म
सूत्रों के अनुसार राज्य भर में मिले डबल फॉर्म में बिलासपुर जिला सबसे ऊपर है, जहां 15,836 मतदाताओं ने दो जगह से फॉर्म जमा किए।
इसके बाद रायपुर में 11,235, बलौदा बाजार में 8,901, मुंगेली में 8,296 और बेमेतरा में 8,332 डबल फॉर्म मिले।
यह स्थिति उन मतदाताओं की वजह से बनी, जिनका नाम पुश्तैनी गांव की पंचायत सूची और शहर की विधानसभा/निकाय सूची दोनों में था। कई लोग पंचायत चुनाव में गांव में वोट डालते रहे और शहर में भी मतदान अधिकार बनाए रखना चाहते थे।
सरपंचों ने भरवाए फॉर्म, बढ़ी दिक्कत
ग्रामीण इलाकों से मिली जानकारी के अनुसार कई स्थानों पर पंचायत चुनाव की तैयारी करने वाले संभावित उम्मीदवारों और सरपंचों ने लाभ हासिल करने के लिए मतदाताओं से अतिरिक्त फॉर्म भरवा लिए थे। कई लोग बिना जरूरत के भी दो जगह नाम जुड़वाने की कोशिश करते रहे।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी की चेतावनी भी बेअसर
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी यशवंत कुमार ने 21 नवंबर को स्पष्ट चेतावनी दी थी कि
🔹 एक से अधिक जगह मतदाता सूची में नाम जोड़ने या दो जगह गणना पत्रक भरना—लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1950 की धारा 31 के तहत अपराध है।
🔹 इसके लिए 6 माह की सजा, जुर्माना या दोनों का प्रावधान है।
इसके बावजूद हजारों मतदाता नियमों की अनदेखी करते पाए गए।
14.2 लाख मतदाता पूरी तरह शिफ्ट, 6.38 लाख की मृत्यु
एसआईआर रिपोर्ट के अनुसार—
- 6,38,163 वोटरों की मृत्यु दर्ज पाई गई।
- 14,02,046 मतदाता अपने पते से पूरी तरह शिफ्ट हो चुके हैं।
- 5,69,571 मतदाता अपने बताए पते पर नहीं मिले।
- 18,782 फॉर्म विभिन्न कारणों से बीएलओ तक पहुंच ही नहीं पाए।
कुल मिलाकर 27,84,924 मतदाताओं (13.12%) के फॉर्म डिजिटाइज नहीं किए जा सके।
एक ही जगह रहेगा नाम — उप जिला निर्वाचन अधिकारी
उप जिला निर्वाचन अधिकारी शिवकुमार बनर्जी के अनुसार—
“जिन मतदाताओं ने दो जगह फॉर्म जमा किए हैं, उनके नाम केवल एक ही जगह रहेंगे। ऐसे मतदाताओं को Already Enrolled Category में रखा गया है।”
सबसे ज्यादा डबल फॉर्म वाले जिले
- बिलासपुर – 15,836
- रायपुर – 11,235
- बलौदा बाजार – 8,901
- बेमेतरा – 8,332
- मुंगेली – 8,296
- दुर्ग – 7,729
- महासमुंद – 7,323
- सूरजपुर – 6,139
- जशपुर – 6,063
- धमतरी – 5,266
छत्तीसगढ़ में एसआईआर के लागू होने के बाद पहली बार इतने बड़े पैमाने पर डबल वोटिंग की कोशिश पकड़ी गई है। आयोग का सख्त रुख इस बार चुनावी पारदर्शिता को मजबूत करने की दिशा में कदम माना जा रहा है।
