

तखतपुर क्षेत्र में शुक्रवार का दिन दर्द और स्तब्ध कर देने वाली घटनाओं से भरा रहा। ग्राम अरईबंद निवासी इंद्राबाई बंजारे की तबीयत बिगड़ने पर परिजन उन्हें तखतपुर इलाज के लिए ले जा रहे थे। लेकिन शाम लगभग 4 बजे रास्ते में दुपहिया वाहन से गिर जाने के कारण उनकी मौके पर ही मौत हो गई।

मां के हादसे में निधन की सूचना मिलते ही उनका बेटा संत बंजारे अपने मित्र जितेंद्र बंजारे के साथ मोटरसाइकिल से तखतपुर स्वास्थ्य केंद्र पहुंचा, जहां उसने मां का शव देखा। दोनों फिर अंतिम संस्कार की तैयारी के लिए देर शाम गांव लौट रहे थे।
लेकिन नियति की क्रूरता देखिए, रात करीब 9 बजे ग्राम खपरी के पास उनकी बाइक सड़क किनारे खड़े एक ट्रक से जा टकराई। टक्कर इतनी भीषण थी कि संत बंजारे और जितेंद्र बंजारे दोनों की मौके पर ही मौत हो गई।

एक ही दिन में पहले मां, फिर बेटे और उसके मित्र की असमय मौत ने पूरे गांव को शोकाग्रस्त कर दिया है। परिजनों और ग्रामीणों का रो-रोकर बुरा हाल है। गांव में तीन-तीन अर्थियों के उठने से मातम पसरा हुआ है।
स्थानीय पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, लेकिन इस त्रासदी ने ग्रामीणों को हिलाकर रख दिया है। लोग इसे नियति की अत्यंत क्रूर घटना मानकर आंसू नहीं रोक पा रहे हैं।
