

परदेसिया वाद को बढ़ावा देते हुए विवादित बयान देने वाले छत्तीसगढ़ क्रांति सेवा के प्रदेश अध्यक्ष अमित बघेल को देवेंद्र नगर पुलिस ने आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है। बघेल स्वयं सरेंडर करने पहुंचे थे लेकिन थाने से 20 मीटर पहले ही पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद अमित बघेल को कोर्ट में पेश किया गया। कोर्ट ने बघेल को 3 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है।
इससे पहले वे पुलिस कस्टडी में मां के अंतिम संस्कार के लिए गांव जाएंगे ।

अमित बघेल को शायद अब अपने किए का एहसास हो गया होगा, क्योंकि देश में हिंदू एकता की बात की जा रही है तो वही भारत का संविधान भी भारत की अखंडता पर जोर देता है लेकिन ओछी राजनीति करते हुए अमित बघेल ने छत्तीसगढ़िया वाद को अपनी राजनीतिक रोटी सेंकने का माध्यम बनाते हुए अग्रवाल समाज और सिंधी समाज के अलावा महापुरुषों के खिलाफ भी बेहद आपत्ति जनक टिप्पणी की थी । इसके बाद उनके खिलाफ 26 एफआईआर दर्ज हुए। तब से अमित बघेल भागे भागे फिर रहे थे।

इधर शुक्रवार को अमित बघेल की मां का निधन हो गया। अंतिम समय में अमित बघेल अपनी मां के पास तक नहीं रह पाया। उनकी मां के शव को उनके पैतृक गांव पथरी ले जाया गया है, जहां शनिवार को उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
अब तक पुलिस से भाग रहे अमित बघेल के पास अब कोई चारा नहीं था इसलिए मां के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए उन्हें पुलिस के आगे समर्पण करना ही पड़ा।

इधर अमित बघेल के समर्थकों ने आमापारा जी रोड को 2 घंटे तक जाम कर दिया, जिससे आम लोगों को काफी मुश्किलें हुई। 26 दिनों से अमित बघेल फरार थे। इससे पहले 26 नवंबर को सुप्रीम कोर्ट ने भी उनकी अग्रिम जमानत याचिका खारिज करते हुए उन्हें जमकर फटकार लगाई थी और कहा था कि वे अपनी जुबान पर लगाम रखें।
