

मार्गशीर्ष माह के साथ ही वर्ष 2025 अपने अंतिम चरण में है। दिसंबर महीने में अब केवल 4 दिन—5, 6, 7 और 11 दिसंबर—विवाह के शुभ मुहूर्त बचेंगे। इसके बाद 16 दिसंबर से 14 जनवरी तक खरमास (धनुर्मास) रहेगा, जिसके दौरान किसी भी मांगलिक कार्य, विशेषकर विवाह, की अनुमति नहीं होती। अगले मुहूर्त सीधे 4 फरवरी 2026 से शुरू होंगे, जो जुलाई तक चलेंगे।
2025–26 में मात्र 38 विवाह मुहूर्त
दिसंबर 2025 से दिसंबर 2026 तक कुल 13 महीनों में केवल 38 शुभ विवाह तिथियां मिलेंगी।
जनवरी 2026 में एक भी दिन विवाह योग्य नहीं होगा।
मुख्य कारण—धनुर्मास, मीन मास, अधिकमास, शुक्र और गुरु का तारा अस्त होना, तथा भगवान विष्णु का शयन काल।
2026 में कब-कब होगी शादियां?
दिसंबर 2025: 5, 6, 7, 11
फरवरी: 4, 5, 10, 13, 20, 21
मार्च: 9, 10, 11, 12
अप्रैल: 20, 21, 26
मई: 5, 6, 7, 8
जून: 19, 20, 23, 26, 27, 28
जुलाई: 6, 7
नवंबर: 21, 24, 25, 26
दिसंबर 2026: 2, 3, 11, 12
सबसे अधिक मुहूर्त नवंबर महीने में रहेंगे, जबकि जनवरी पूर्णत: मुहूर्तविहीन रहेगा।
कब बंद होंगी शादियां?

- 15 दिसंबर 2025 से शुक्र तारा अस्त, शादियों पर विराम
- 16 दिसंबर–14 जनवरी: शयन काल (मांगलिक कार्य वर्जित)
- 14 मार्च–14 अप्रैल: मीन मास
- 17 मई–15 जून: ज्येष्ठ अधिकमास
- 16 जुलाई–8 अगस्त: गुरु तारा अस्त
- 25 जुलाई–20 नवंबर: देवशयन काल
दिसंबर में खरीदारी के 14 शुभ योग
पीतांबरा पीठ के पीठाधीश्वर आचार्य दिनेश महाराज के अनुसार, दिसंबर में कई शुभ योग बन रहे हैं, जिनमें की गई खरीदारी फलदायी मानी जाती है।
सर्वार्थ सिद्धि योग:
6–9, 14, 16, 17, 18, 21, 28, 30, 31 दिसंबर
अमृत सिद्धि योग:
14, 17 दिसंबर
रवि योग:
9, 22, 26 दिसंबर
इन दिनों में सोना-चांदी, इलेक्ट्रॉनिक्स, वाहन, संपत्ति अथवा अन्य वस्तुओं की खरीद अत्यंत शुभ मानी गई है।
फरवरी से फिर गूंजेंगी शहनाइयां
15 दिसंबर को शुक्र तारा अस्त होने के बाद विवाह रुक जाएंगे। 1 फरवरी को शुक्र उदित होते ही पुन: शादियों का दौर शुरू होगा। ज्योतिषीय मान्यता अनुसार ग्रहों का उदय और अस्त विवाह एवं मांगलिक कार्यों पर विशेष प्रभाव डालता है।
