सहकारी समितियों में निःशुल्क हो रहा छूटे खसरों का अपडेशन

अब तक 39800 खसरे बचे है अपडेट करने को

कलेक्टर ने अपडेट कराने किसानों से की अपील

धान बेचने के लिए जरूरी है रिकार्ड का अपडेट होना


बिलासपुर, 4 दिसम्बर 2025/खरीफ विपणन वर्ष 2025-26 में शासन द्वारा धान बिक्री हेतु एकीकृत पोर्टल पर पंजीकृत कृषकों का एग्रीस्टेक पोर्टल पर पंजीयन हेतु विभिन्न स्तर पर विकल्प उपलब्ध कराये गये है। जिले में कुल 131624 कृषकों का पंजीयन एकीकृत एग्रीस्टेक पोर्टल पर हुआ है। एग्रीस्टेक पोर्टल में पंजीकृत कुछ कृषकों का खसरा एकीकृत पोर्टल पर प्रदर्शित नहीं हो रहा है, ऐसे कृषकों का खसरा सीएससी आईडी से यूएफआर कर एकीकृत पोर्टल में अपलोड किये जाने का कार्य वर्तमान में बिलासपुर जिले के अंतर्गत 114 सगितियों के द्वारा किया जा रहा है। उक्त छुटे हुये खसरों का अपडेट किसान स्वयं ही यूएफआर मॉड्यूल से जोड़ सकता है। जिसका वेब लिंक https://cgfr.agristack.gov.in/farmer-registry-cg/#/ में जाकर लॉग इन अस को किसान सलेक्ट कर अपने आधारकार्ड नंबर से आधार लिंक मोबाईल पर ओटीपी प्राप्त कर स्वयं लॉग इन कर सकता है। कृषकों को एकबार स्वयं यूजर आईडी और पासवर्ड क्रिएट करना पड़ेगा। उसके पश्चात छुटे खसरों को जोड़ने हेतु यूएफआर मॉड्यूल से स्वयं रिक्वेस्ट कर सकेगे। उक्त सुविधा उपलब्ध होने तथा लगातार समिति के अंतर्गत आनेवाले ग्रामों में मुनादी कराने व समिति कर्मचारियों, कृषि विभाग एवं राजस्व विभाग के मैदानी अमलों के द्वारा संपर्क करने के पश्चात भी आज दिनांक पर लगभग 39800 खसरा अपडेट करने हेतु लंबित है। अतः सभी किसान भाई शासन द्वारा कृषक हित में दिये गये सुविधा का लाभ उठाते हुये उपरोक्त माध्यम से यूएफआर हेतु लंबित खसरों का समितियों में आधार कार्ड, आधार से लिंक मोबाईल नंबर एवं भूमि विवरण सहित उपस्थित होकर अपने छुटे हुए खसरों को जोड़ करा लेवे, ताकि धान बिक्री में कोई परेशान न हो। कलेक्टर संजय अग्रवाल ने छूटे हुए सभी किसानों को अपने से संबंधित सहकारी समिति में पहंुचकर रिकार्ड अपडेट करा लेने की अपील की है।


धान खरीदी के लिए समितियों को मिलेगा कमीशन


बिलासपुर,भारत सरकार द्वारा धान खरीदी के लिए समितियों को प्रति क्विंटल 22.05 रूपये प्रासंगिक व्यय (लेबर चार्ज) दिया जाएगा। लेबर चार्ज के अंतर्गत बोरों में भराई, धान का तौल, बोरों की सिलाई, बोरों में छपाई, भरे धान के बोरों की लोडिंग और भरे हुए धान के बोरों की स्टेकिंग का काम शामिल है। इसके अलावा धान की सुरक्षा एवं भण्डारण व्यय के लिए 5 रूपये प्रति क्विंटल दिया जाएगा। समिति को कमीशन के रूप में मार्कफेड को परिदान की गई धान की मात्रा पर भारत सरकार द्वारा निर्धारित प्रति क्विंटल कमीशन का भुगतान धान खरीदी के अंतिम लेखा मिलान के पश्चात किया जाएगा।


खरीदी केंद्र का बारदाना समिति ने निजी उपयोग के लिए दिया,चपोरा केंद्र का फड़ प्रभारी, बारदाना प्रभारी व चौकीदार निलंबित


कलेक्टर के निर्देशानुसार जिले में पारदर्शी व सुचारु रूप से धान खरीदी संचालन के लिए प्रशासन चौकस है। अधिकारियों द्वारा लगातार खरीदी केंद्रों की निगरानी की जा रही है। इस सिलसिले में उपायुक्त सहकारिता, खाद्य नियंत्रक, जिला विपणन अधिकारी द्वारा चपोरा केंद्र का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान चपोरा धान खरीदी केंद्र से 100 नग शासकीय बारदाना किसान द्वारा स्वयं के वाहन में बाहर ले जाते हुए पाया गया। जिसकी जांच सहकारिता विस्तार अधिकारी कोटा व खाद्य निरीक्षक कोटा द्वारा किया गया। जांच में क्षेत्र के ग्राम सेमरा के किसान हनुमान प्रसाद पिता जगन्नाथ प्रसाद द्वारा आगामी 08 दिसम्बर को उनके धान खरीदी के टोकन के लिए धान भरने हेतू बारदाना केंद्र के चौकीदार संजय यादव से मांग कर ले जाना बताया गया। जिसकी पुष्टि केंद्र से की गई। केंद्र में उपरोक्त अनियमितता पाए जाने पर तत्काल खरीदी फड़ प्रभारी, बारदाना प्रभारी व चौकीदार को निलंबित किया गया। प्रशासन द्वारा किसानों को धान बेचने में किसी प्रकार की दिक्कत न हो साथ ही किसी प्रकार की अनियमितता भी न हो इस हेतु सभी उपाय किये जा रहे है।

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