

बिलासपुर। पुलिस महानिरीक्षक डॉ. संजीव शुक्ला ने 3 दिसंबर 2025 को बिलासपुर रेंज के पुलिस अधीक्षकों की विस्तृत अपराध समीक्षा बैठक ली। बैठक में वर्ष 2023, 2024 और 2025 के आपराधिक आंकड़ों की समीक्षा करते हुए थानों में लंबित प्रकरणों को 31 दिसंबर 2025 से पूर्व हर हाल में निराकृत करने के निर्देश दिए गए।
आईजी ने विशेष रूप से नए कानून से संबंधित पोर्टलों—ई-साक्ष्य, ई-सम्मस, नेटग्रिड, क्राईमेक, समन्वय पोर्टल, आई.ओ. मितान और एनसीसीआरपी—पर की जा रही प्रगति की भी समीक्षा की तथा सभी जिलों को इन पोर्टलों पर कार्य में तेजी लाने के निर्देश दिए।

महत्वपूर्ण निर्देश
- लंबित अपराध, मर्ग, चालान, विभागीय जांच एवं शिकायतों के शीघ्र निपटारे के लिए लक्ष्य निर्धारित कर निराकरण सुनिश्चित करने के निर्देश।
- महिलाओं और बच्चों से संबंधित प्रकरणों में तत्काल संज्ञान लेकर विधिसम्मत कार्रवाई करने पर जोर।
- सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के लिए प्रभावी कदम उठाने तथा पशु तस्करी, आबकारी एवं एनडीपीएस मामलों में जप्त वाहनों को राजसात कराने कहा गया।
- संपत्ति संबंधी अपराधों की रिपोर्ट पर तुरंत एफआईआर दर्ज कर अपहृत संपत्ति की 100% बरामदगी का लक्ष्य।
- चोरी के अपराध निकालने के लिए विशेष टीमें गठित कर कार्रवाई के निर्देश।
- संगठित जुआ-सट्टा एवं अवैध शराब पर पूर्ण अंकुश लगाने पर बल।
- जप्त मादक पदार्थों का नष्टीकरण 31 दिसंबर 2025 से पूर्व नियमानुसार पूरा करने के निर्देश।
- पासपोर्ट और चरित्र सत्यापन के लंबित प्रकरणों का वर्षांत से पहले निपटारा अनिवार्य किया गया।
बीट पुलिसिंग एवं अनुशासन पर सख्ती
आईजी शुक्ला ने बीट पुलिसिंग की समीक्षा करते हुए इसे प्रभावी बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पुलिसकर्मियों का पूर्ण अनुशासन में रहना सुनिश्चित किया जाए, किसी भी अनुशासनहीनता पर तुरंत कार्रवाई की जाए।
नगर पुलिस अधीक्षक व एसडीओपी को अधिक जिम्मेदार बनाते हुए नियमित टास्क देकर सतत मॉनिटरिंग के निर्देश दिए गए।
राजपत्रित अधिकारियों को अपने-अपने पर्यवेक्षणीय थानों की दैनिक निगरानी तथा अधीनस्थों को आवश्यक मार्गदर्शन देने के लिए कहा गया। वरिष्ठ कार्यालयों से प्राप्त सभी दिशा-निर्देशों को अधीनस्थों तक पहुंचाने और पालन सुनिश्चित कराने पर जोर दिया गया।
बैठक में शामिल अधिकारी
समीक्षा बैठक में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बिलासपुर रजनेश सिंह, एसपी रायगढ़ दिव्यांग पटेल, एसपी कोरबा सिद्धार्थ तिवारी, एसपी सारंगढ़–बिलाईगढ़ अंजनेय वार्ष्णेय, एसपी जीपीएम सुरजन राम भगत, एसपी सक्ती प्रफुल्ल ठाकुर, एएसपी जांजगीर–चांपा उमेश कश्यप, एएसपी मुंगेली नवनीत कौर छाबड़ा, तथा रेंज कार्यालय से एएसपी मधुलिका सिंह उपस्थित रहीं।
आईजी ने सभी अधिकारियों को स्पष्ट संकेत दिया कि वर्ष 2025 की समाप्ति से पहले सभी लंबित प्रकरणों का समयबद्ध और गुणवत्तापूर्ण निराकरण ही प्राथमिकता हो।
