

बिलासपुर। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के निर्देश पर जिला कांग्रेस कमेटी (शहर/ग्रामीण) ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ईडी का पुतला दहन कर विरोध प्रदर्शन किया। कांग्रेसजन पहले कांग्रेस भवन में एकत्रित हुए, जहां से नारेबाजी करते हुए वे नेहरू चौक पहुंचे। पुलिस ने पूर्व की तरह पुतला छीनने की कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हो पाई। इसके बाद कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पुतले को आग के हवाले किया और नारे लगाते रहे।
शहर कांग्रेस अध्यक्ष सिद्धांशु मिश्रा ने कहा कि नेशनल हेराल्ड मामले में ईडी पहले भी राहुल गांधी से पूछताछ कर चुकी है। “केस वही, इन्वेस्टिगेशन वही, फिर भी नई एफआईआर — यह साफ दिखाता है कि केंद्र सरकार राहुल गांधी के ‘वोट चोर – गद्दी छोड़’ अभियान से डर गई है,” मिश्रा ने कहा। उन्होंने आरोप लगाया कि 14 दिसंबर को दिल्ली में होने वाले बड़े कार्यक्रम से विचलित केंद्र सरकार विपक्ष पर दबाव बनाने नए हथकंडे अपना रही है।
मिश्रा ने कहा कि देश भर में चुनावों के बाद जनता खुद कह रही है कि “वोट चोर — गद्दी छोड़”, और इस माहौल से घबराकर प्रधानमंत्री ईडी के सहारे राजनीतिक कार्रवाई करा रहे हैं। “राहुल जी न डरेंगे, न झुकेंगे, और पूरी कांग्रेस पार्टी उनके साथ मजबूती से खड़ी है,” उन्होंने कहा।
ग्रामीण कांग्रेस अध्यक्ष महेंद्र गंगोत्री ने नेशनल हेराल्ड को आज़ादी की लड़ाई का प्रतीक बताते हुए कहा कि यह संस्था स्वतंत्रता सेनानियों की आवाज उठाने के लिए को-ऑपरेटिव व्यवस्था के तहत बनी थी। उन्होंने कहा कि घाटे में आने के बाद कंपनी कानून के तहत किए गए स्थानांतरण में पूरी पारदर्शिता है और किसी भी व्यक्ति को इससे निजी लाभ नहीं हो सकता।
गंगोत्री ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा, “बीफ कंपनी से 250 करोड़ का चंदा लेने वाली भाजपा की जांच ईडी क्यों नहीं करती? 2014 से अब तक भाजपा को 10 हजार करोड़ चंदा मिला, उस पर जांच कब होगी?” उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की राजनीति केंद्रीय एजेंसियों के सहारे चल रही है। “ईडी, सीबीआई और इनकम टैक्स की कार्रवाई से नेताओं को डराकर भाजपा में शामिल कराया जाता है, और फिर उनके केस दबा दिए जाते हैं। इसकी मिसाल अजित पवार, हेमंत बिस्वा शर्मा जैसे कई नाम हैं।”
पुतला दहन कार्यक्रम में शहर अध्यक्ष सिद्धांशु मिश्रा, ग्रामीण अध्यक्ष महेंद्र गंगोत्री, पूर्व ग्रामीण अध्यक्ष विजय केशरवानी, पूर्व शहर अध्यक्ष विजय पांडेय, समीर अहमद, जावेद मेमन, विनोद साहू, मोती ठारवानी, शेरू असलम, धर्मेश शर्मा, रणजीत सिंह, सुनील सोनकर, रमाशंकर बघेल, मनीष गढेवाल, शेख निजामुद्दीन, दीपक रजक, रामप्रसाद साहू, देवेंद्र मिश्रा, अखिलेश गुप्ता, कमलेश दुबे, विकास सिंह, अर्जुन सिंह, विनय पांडेय, शैलेश मिश्रा, अर्पित केशरवानी, नीरज सोनी, सुभाष ठाकुर, अभिलाष रजक, अयाज़ खान, सोहराब खान, हरेंद्र शुक्ला, शाहनवाज़ खान, उमेश कुर्मी, चंद्रहास केशरवानी, मनोज सिंह, प्रतीक तिवारी सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता उपस्थित थे।
