

बिलासपुर।
अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय, बिलासपुर के छठवें दीक्षांत समारोह में इस वर्ष एक महत्वपूर्ण पहल देखने को मिलेगी। सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ अधिवक्ता स्व. श्री कृष्णानंद वर्मा एवं स्व. श्रीमती शांति वर्मा की स्मृति में स्थापित दो स्वर्ण पदक विधि संकाय के अंतिम वर्ष के टॉपर छात्रों को प्रदान किए जाएंगे। यह सम्मान विधि शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रतिभाओं को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से हर वर्ष प्रदान किया जाएगा।
यह स्वर्ण पदक पूर्व में केन्द्रीय विश्वविद्यालय बिलासपुर में विद्यार्थियों को प्रदान किए जाते थे, जिसे अब औपचारिक प्रक्रिया पूरी होने के बाद अटल बिहारी वाजपेयी विश्वविद्यालय द्वारा प्रदत्त किया जाएगा। इस पहल के पीछे वरिष्ठ अधिवक्ता छत्तीसगढ़ उच्च न्यायालय अशोक कुमार वर्मा, उनकी धर्मपत्नी श्रीमती नीता वर्मा, अनमोल वर्मा एडवोकेट, श्रीमती अनिता श्रीवास्तव और श्रीमती इंदिरा व्यौहार का विशेष सहयोग और आवेदन शामिल है। परिवार की इच्छा रही है कि स्व. वर्मा दंपत्ति के नाम से शिक्षा और विधि क्षेत्र में उत्कृष्टता को बढ़ावा मिलता रहे।
विश्वविद्यालय प्रशासन के अनुसार ये दोनों स्वर्ण पदक आगामी 04 दिसंबर 2025 को आयोजित होने वाले छठवें दीक्षांत समारोह में चयनित विधि टॉपर छात्रों को प्रदान किए जाएंगे। इस घोषणा से विधि संकाय के छात्रों में उत्साह का माहौल है तथा इसे विधि शिक्षा में उत्कृष्टता को प्रोत्साहित करने वाली एक सराहनीय पहल माना जा रहा है।
दीक्षांत समारोह के दौरान इन पदकों को औपचारिक रूप से प्रदान कर स्व. कृष्णानंद वर्मा और स्व. शांति वर्मा के योगदान एवं विरासत को नमन किया जाएगा। विश्वविद्यालय ने इसे विधि शिक्षा के स्तर को और ऊंचा उठाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया है।
