
आकाश दत्त मिश्रा

ठाकरे ब्रदर्स की नफरत वाली राह पर चलकर राजनीतिक जमीन तलाश रहे छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के अध्यक्ष अमित बघेल जिस तरह से लगातार क्षेत्रवाद को बढ़ावा दे रहे थे, उनसे ऐसी गलती तो होनी ही थी, जो कल हुई है। अपने बयान में उन्होंने आराध्या अग्रसेन महाराज से लेकर भगवान झूलेलाल, श्यामा प्रसाद मुखर्जी, पंडित दीनदयाल उपाध्याय और वर्तमान नेताओं को क्या-क्या नहीं कह दिया। कथित छत्तीसगढ़ वाद के नाम पर यहां रहने वाले लोगों को परदेसिया बता कर उनके खिलाफ जिस तरह से नफरत फैलाई जा रही है उसके नतीजे बेहद खतरनाक हो सकते है।

छत्तीसगढ़ धीरे-धीरे नक्सलवाद से मुक्ति की ओर है और ऐसे में छत्तीसगढ़ क्रांति सेना जैसे संगठन यहां नफरत की नई कहानी गढ़ रहे हैं, जैसे वे नक्सलवाद के विकल्प बनना चाह रहे हो। अपनी धरती से प्रेम जरूरी है, लेकिन यह नहीं भूलना चाहिए की हम सब भारत माता की ही संतान है । प्रांतवाद के नाम पर एक दूसरे के खिलाफ नफरत फैलाना इस देश की अखंडता और अस्मिता के खिलाफ है। और बड़ी सोची समझी नीति- रीति के तहत छत्तीसगढ़ क्रांति सेना यही षडयंत्र कर रही है।

लगातार अन्य प्रांत के लोगों को निशाना बनाया जा रहा है और पिछले काफी दिनों से पूरी तरह बेलगाम हो रहे अध्यक्ष अमित बघेल ने इस बार ऐसा विवादित बयान दे दिया है, जिससे पूरे प्रदेश में हंगामा मच गया।
इसका विरोध अग्रवाल और सिंधी समाज ही नहीं बल्कि सारे सनातनी और राष्ट्रवादी भी कर रहे हैं। कुछ लोग आपत्ति उठा रहे हैं कि इस छत्तीसगढ़ क्रांति सेना को छत्तीसगढ़ में भारत के बाहर से आए धर्म जैसे मुस्लिम और ईसाई से तो कोई आपत्ति नहीं है लेकिन सनातन को मानने वाले अलग-अलग प्रदेश से आकर छत्तीसगढ़ की धरती को अपनी जन्मभूमि और कर्मभूमि मानने वालों के खिलाफ बिष बमन किया जा रहा है ताकि इसका लाभ आगामी चुनाव में लिया जा सके। इसके पीछे जो भी लोग हैं वे आग से खेल रहे हैं ।

खैर इस बार जिस तरह से छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के अध्यक्ष अमित बघेल ने सनातन के आराध्य अग्रसेन जी महाराज और भगवान झूलेलाल के खिलाफ आपत्तीजनक बयान दिया है, उसके खिलाफ बिलासपुर में भी प्रदर्शन हुआ। अग्रवाल और सिंधी समाज के पदाधिकारी ने कहा कि महाराज अग्रसेन और भगवान झूलेलाल यानी वरुण देवता अग्रवाल और सिंधी समाज के पूज्य है, जिनके खिलाफ अमर्यादित टिप्पणी करते हुए अमित बघेल ने सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने और समाज को अपमानित एवं खंडित करने का काम किया है। इससे पूरा समाज आहत है । सिंधु समाज के लोगों ने अमित बघेल की गिरफ्तारी की मांग को लेकर रैली निकाली जो शहर के प्रमुख मार्गो से होते हुए नेहरू चौक के बाद कलेक्ट्रेट पहुंची, जिसमें समाज के युवा, बुजुर्ग और महिलाएं सभी शामिल थे। इन लोगों ने कहा कि सिंधी समाज केवल अपनी नहीं बल्कि हर समाज की रक्षा और सहयोग करता है । सिंधी पाकिस्तानी नहीं बल्कि भारतीय है और भारत के प्रति पूरी तरह समर्पित है। अमित बघेल जैसे लोगों से सिंधी समाज को किसी सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है ।
इन लोगों ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर ऐसे अराजक तत्व के मुखिया अमित बघेल की तत्काल गिरफ्तारी की मांग की है।
इधर अग्रवाल समाज ने भी महाराज अग्रसेन और अन्य सामाजिक महापुरुषों के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी को लेकर विरोध जताया है। उनके द्वारा अमित बघेल के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की गई है।
अमित बघेल ने महाराज अग्रसेन, भगवान झूलेलाल के अलावा श्यामा प्रसाद मुखर्जी, प दीनदयाल उपाध्याय के खिलाफ भी आपत्तिजनक टिप्पणी की है, जिससे छत्तीसगढ़ के मूल निवासियों में भी आक्रोश है और वे स्वयं को अमित बघेल के इन बयानों से पूरी तरह असहमत बता रहे हैं ।

राज्य सरकार ने हाल ही में महाराजा अग्रसेन पर डाक टिकट जारी किया था। बिलासपुर के सड़क का नामकरण भी उनके नाम पर किया गया, इसीलिए सोची समझी साजिश के तहत अग्रसेन महाराज को निशाना बनाया गया। पूरे प्रदेश में अग्रवाल और सिंधी समाज अपनी दानशीलता, व्यापार, वाणिज्य के लिए प्रसिद्ध है । इसी समाज को निशाना बनाकर भोले भाले छत्तीसगढ़ियों को व्यापारी वर्ग के खिलाफ खड़ा किया जा रहा है, ताकि यह टकराहट उनके लिए वोट बैंक पैदा कर सके, चाहे इससे प्रदेश को कितना भी बड़ा आर्थिक नुकसान क्यों ना हो जाए। निशाने पर ब्राह्मण और बंगाली समाज भी है। ऐसे लोग किसी नक्सली और आतंकवादी से कम नहीं है, इसलिए ऐसे संपोले के फन को इसी समय कुचल देना चाहिए। लोग यह भी सवाल उठा रहे हैं कि जिस तरह से अमित बघेल लगातार आपत्तिजनक बयान बाजी कर रहे हैं और उसके बाद भी उनके खिलाफ कोई कार्यवाही नहीं हो रही तो कहीं ऐसा तो नहीं है कि अमित बघेल को सरकार संरक्षण दे रही है। भाजपाई कहते हैं कि अमित बघेल पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के लिए काम करते हैं तो कांग्रेसी कह रहे हैं कि अमित बघेल बीजेपी की बी टीम है। इन आरोपों से बचना है तो फिर ऐसे टॉक्सिन के खिलाफ तत्काल ही सख्त कार्रवाई करनी चाहिए और ऐसे कथित छत्तीसगढ़ी क्रांति सेना को तत्काल बैन कर देना चाहिए।

छत्तीसगढ़ क्रान्ति सेना के अध्यक्ष अमित बधेल जी के द्वारा जो हमारे भगवान श्री झूलेलाल जी एवं हमारे देश के महापुरुषों के लिये जो अपशब्द कहा गया है वो बहुत ही निंदनीय एवं दुर्भाग्यपूर्ण हैं एक सामान्य व्यक्ति एसी सोच नहीं हो सकती।निश्चित रूप से ये एक ओछी मानसिकता का प्रमाण है।
उनके वक्तव्यों से यें साफ़ देखा जा सकता है की वो हिन्दू समाज की धार्मिक भावनाओं को जानबूझकर आहत करने के लिये बयान दिया गया है
हम शासन प्रशासन से निवेदन करते है की ऐसे असंतुलित दिमाग़ के व्यक्ति पर कठोर से कठोर कार्यवाही की जाए अन्यथा सिन्धी समाज उग्र आंदोलन करेगा।
नवीन उभरानी
बिलासपुर (छ.ग)
