दो साल पुराने ब्लाइंड मर्डर का खुलासा: अपनी मां के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देख लेने के बाद बेटे ने दोस्त के साथ मिलकर की थी विनोद महंत की हत्या

बिलासपुर। तोरवा पुलिस ने दो साल पुराने अंधे कत्ल की गुत्थी सुलझाते हुए हत्या के आरोप में दो युवकों को गिरफ्तार किया है। मृतक विनोद महंत की हत्या अवैध संबंध के संदेह में की गई थी। पुलिस ने वैज्ञानिक तरीके से जांच कर पूरे घटनाक्रम का पर्दाफाश किया।

थाना तोरवा से मिली जानकारी के अनुसार, वर्ष 2023 में रेलवे ट्रैक पर एक अज्ञात शव मिलने की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची थी। शव की स्थिति संदिग्ध थी — बाएं हाथ व दाहिनी जांघ पर रस्सी बंधी हुई थी और शरीर पर चोटों के गहरे निशान थे। डॉक्टरों की रिपोर्ट में भी स्पष्ट हुआ कि मृत्यु गंभीर चोटों के कारण हुई है।

प्रारंभ में इस मामले में मर्ग दर्ज किया गया था, परंतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक श्री रजनेश सिंह द्वारा मामले की समीक्षा के दौरान हत्या के तथ्य सामने आए। इसके बाद अपराध क्रमांक 202/2024 धारा 302, 201 भादवि के तहत प्रकरण दर्ज कर जांच को नए सिरे से प्रारंभ किया गया।

CSP कोतवाली (पूर्व) श्री अक्षय प्रमोद सबद्रा (भा.पु.से.) और तत्पश्चात नगर पुलिस अधीक्षक कोतवाली श्री गगन कुमार (भा.पु.से.) के नेतृत्व में जांच को वैज्ञानिक पद्धति से आगे बढ़ाया गया।

जांच के दौरान मृतक के राजकुमारी पासी नामक महिला से संबंध होने की बात सामने आई। पूछताछ में महिला ने बताया कि हत्या के दिन उसका पुत्र कृष्णा पाल (24) और उसका साथी मनोज पाल उर्फ धन्ना (21) मृतक से विवाद कर उसे मोटरसाइकिल से लालखदान ले गए थे। वहां दोनों ने मिलकर लोहे की रॉड से उस पर हमला किया।

बताया गया कि घटना वाले दिन कृष्णा पाल ने अपनी मां के घर मृतक को आपत्तिजनक स्थिति में देखा। इसी बात से नाराज होकर उसने विनोद महंत के साथ मारपीट की और साथी मनोज पाल के साथ मिलकर उसे घर ले गया। वहां दोनों ने पुनः बुरी तरह पिटाई कर उसे बेहोश कर दिया। इसके बाद वे उसे दोमुहानी चौथा निर्माणाधीन रेलवे ट्रैक पर ले जाकर फेंक आए।

जब मृतक को होश आने लगा, तो आरोपियों ने पत्थर से उसके सिर पर वार कर उसकी हत्या कर दी। इसके बाद वे मौके से फरार हो गए।

पुलिस ने आरोपियों से पूछताछ के बाद हत्या में प्रयुक्त लोहे की रॉड को बरामद किया है।
दोनों आरोपियों कृष्णा पाल और मनोज पाल को 27 अक्टूबर 2025 को गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर जेल भेजा गया है।

पुलिस का कहना है कि यह प्रकरण अत्यंत जटिल और पुराना ब्लाइंड मर्डर था, जिसे तकनीकी और मानवीय सूचनाओं के संयोजन से सुलझाया गया।
एसएसपी ने इस सफलता पर पूरी टीम को बधाई दी है।

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