



बिलासपुर। छठ महापर्व के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए बिलासपुर यातायात पुलिस ने सुगम आवागमन के लिए विशेष ट्रैफिक व्यवस्था लागू की है। यह व्यवस्था 27 और 28 अक्टूबर 2025 तक प्रभावी रहेगी। पुलिस ने श्रद्धालुओं, दर्शनार्थियों और नागरिकों से अपील की है कि वे निर्देशित मार्गों, पार्किंग स्थलों और डायवर्जन व्यवस्था का पालन करें, जिससे किसी प्रकार की असुविधा न हो।
🔹भारी वाहनों पर डायवर्जन व्यवस्था
छठ पर्व के दौरान निम्न स्थानों पर भारी वाहनों का प्रवेश वर्जित रहेगा —
- चिल्हाटी मोड़
- मोपका तिराहा
- बजरंग चौक (राजकिशोर चौक)
- दर्रीघाट
- महमंद चौक
🔹सरकंडा एवं मोपका क्षेत्र से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पार्किंग व्यवस्था:
यातायात पुलिस ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए फारेस्ट एवेन्यू और आसपास के क्षेत्रों में कई पार्किंग स्थलों की व्यवस्था की है —
- P-1: फारेस्ट एवेन्यू (VIP पार्किंग) — वाहन क्षमता 200
- P-2: फारेस्ट एवेन्यू (दौराधारी व्रतियों हेतु) — वाहन क्षमता 500
- P-3: फारेस्ट एवेन्यू (दौराधारी व्रतियों हेतु) — वाहन क्षमता 500
- P-4: फारेस्ट एवेन्यू मंदिर परिसर (व्रतियों हेतु) — वाहन क्षमता 600
- P-5: रवि रिसोर्ट के पास खेल परिसर (दर्शनार्थियों हेतु) — वाहन क्षमता 1000
🔹गुरुनानक चौक की ओर से आने वाले श्रद्धालुओं के लिए पार्किंग व्यवस्था:
- P-6: कम्पोस्ट भवन परिसर (व्रतियों हेतु) — वाहन क्षमता 100
- P-7: कम्पोस्ट भवन परिसर (व्रतियों हेतु) — वाहन क्षमता 200
- P-8: कम्पोस्ट भवन परिसर (केवल बाइक पार्किंग) — वाहन क्षमता 500
- P-9: धान मंडी परिसर (दर्शनार्थियों हेतु) — वाहन क्षमता 400
🔹प्रवेश और निकासी द्वार व्यवस्था:
- प्रवेश द्वार: राजकिशोर नगर और मोपका चौक की ओर से आने वाले व्रतियों के वाहन फारेस्ट गेट से प्रवेश करेंगे।
- निकासी द्वार: फारेस्ट क्षेत्र की पार्किंग (P-1, P-2, P-3 और P-4) के वाहन मोपका रोड वाले गेट से बाहर निकलेंगे।
अन्य पार्किंग स्थलों के वाहन उसी मार्ग से वापस होंगे, जिससे वे आए हैं।
🔹पुलिस की अपील:
यातायात पुलिस ने नागरिकों से अनुरोध किया है कि वे निर्धारित पार्किंग स्थलों का ही उपयोग करें, डायवर्जन और नो एंट्री नियमों का पालन करें तथा घाट की ओर जाने वाले दौराधारी व्रतियों को प्राथमिकता दें।
27 से 28 अक्टूबर तक दोपहर के समय प्रमुख मार्गों पर अधिक यातायात दबाव रहने की संभावना है। इसलिए नागरिकों से अनुरोध है कि छोटे वाहन या सार्वजनिक परिवहन का उपयोग करें और सड़कों पर कहीं भी वाहन न रोकें, ताकि श्रद्धालुओं और नागरिकों को किसी असुविधा का सामना न करना पड़े।
