

बिलासपुर। शहर में शुक्रवार को दो अलग-अलग घटनाओं ने लोगों को झकझोर कर रख दिया। सरकंडा थाना क्षेत्र के छठ घाट पर एक नवजात शिशु का शव मिलने से हड़कंप मच गया, वहीं गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी (सीयू) के तालाब में एक लापता छात्र की लाश मिलने से यूनिवर्सिटी प्रबंधन पर सवाल खड़े हो गए हैं।
छठ घाट पर नवजात का शव मिला
शुक्रवार सुबह अरपा नदी के छठ घाट पर सफाई कर रहे लोगों ने पानी में एक नवजात शिशु का शव देखा। तुरंत सूचना पर सरकंडा पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए सिम्स भेजा गया।
पुलिस के अनुसार, नवजात की नाल तक नहीं कटी थी, जिससे आशंका है कि जन्म के तुरंत बाद ही उसे नदी में फेंक दिया गया। शव के पास अस्पताल का चादर भी मिला है, जिससे यह स्पष्ट होता है कि प्रसव किसी अस्पताल में हुआ था।
सरकंडा पुलिस आसपास के इलाकों के सीसीटीवी फुटेज खंगाल रही है और अस्पतालों से भी जानकारी जुटाई जा रही है ताकि दोषी तक पहुंचा जा सके। इस दर्दनाक घटना को लेकर लोगों में आक्रोश है और सोशल मीडिया पर भी नवजात की निर्मम हत्या की निंदा की जा रही है।
सीयू के तालाब में मिली छात्र की लाश
दूसरी ओर, गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी के यूटीडी परिसर के तालाब में गुरुवार को एक युवक की लाश मिलने से सनसनी फैल गई। मृतक की शिनाख्त अब तक नहीं हो पाई है, लेकिन छात्रों का कहना है कि शव पर पहने टी-शर्ट और पुरानी फोटो देखकर लग रहा है कि वह बीएससी फिजिक्स थर्ड ईयर के छात्र असलन अंसारी का हो सकता है।
असलन 21 अक्टूबर से हॉस्टल से लापता है। छात्रों के अनुसार, जब कई दिनों तक वह मेस और क्लास में नहीं आया, तब उसकी गुमशुदगी की जानकारी यूनिवर्सिटी प्रशासन को दी गई। हॉस्टल वार्डन और सीयू मीडिया सेल प्रभारी ने पुष्टि की कि छात्र की मिसिंग रिपोर्ट दर्ज कराई जा रही है।
सुरक्षा व्यवस्था पर उठे सवाल
छात्रों का आरोप है कि सीयू कैंपस में सुरक्षा व्यवस्था पूरी तरह नाकाम है। यूनिवर्सिटी में 100 से अधिक सिक्योरिटी गार्ड और वार्डन होने के बावजूद, कई बार छात्र-छात्राएं हॉस्टल से गायब हुए हैं और प्रबंधन को इसकी जानकारी तक नहीं मिली। पहले भी एक छात्रा की सड़क दुर्घटना में मौत के बाद उसकी गुमशुदगी का पता चला था।
छात्रों का कहना है कि यूनिवर्सिटी हर बार सुधार के बजाय छात्रों को ही दोषी ठहराती है और टीसी जारी कर घर भेज देती है।
पुलिस की जांच जारी
दोनों ही मामलों में पुलिस ने जांच तेज कर दी है। सरकंडा थाना पुलिस नवजात प्रकरण में अस्पताल और आसपास के इलाकों से जानकारी जुटा रही है, जबकि सीयू तालाब में मिली लाश की पहचान और मौत के कारणों का पता लगाने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
इन दोनों घटनाओं ने बिलासपुर शहर को दहला दिया है — एक ओर नवजात की निर्दयता, और दूसरी ओर यूनिवर्सिटी कैंपस की सुरक्षा लापरवाही ने संवेदनाओं को झकझोर दिया है।
