
यूनुस मेमन

रतनपुर थाना अंतर्गत ग्राम मोहतराई (रतनपुर) में स्थित “द ब्रिज (अब सांई माया प्रोजेक्ट)” के डायरेक्टर आशिष जायसवाल द्वारा प्लॉट बिक्री के नाम पर धोखाधड़ी करने का मामला सामने आया है। प्रधानमंत्री कार्यालय में ऑनलाइन शिकायत दर्ज होने के बाद रतनपुर पुलिस ने जांच कर प्रकरण में अपराध पंजीबद्ध किया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, आवेदक ब्रजभूषण यादव, निवासी नर्मदा नगर, बिलासपुर ने बताया कि उन्होंने वर्ष 2015 में मोहतराई स्थित प्लॉट नं. 831, रकबा 1200 वर्ग फुट को 4 लाख 20 हजार रुपये में खरीदा था। डायरेक्टर आशिष जायसवाल ने लिखित में यह कहते हुए समझौता किया था कि “सीजी रेरा से टी एंड सी अप्रूवल प्राप्त होने के बाद रजिस्ट्री कराई जाएगी।”

शिकायतकर्ता का आरोप है कि इसके बाद बार-बार आश्वासन देने के बावजूद पिछले 10 वर्षों में रजिस्ट्री नहीं की गई, और अब परियोजना का नाम बदलकर “सांई माया प्रोजेक्ट” कर दिया गया है। जांच के दौरान यह भी पाया गया कि आरोपी ने अन्य लोगों — जिनमें देवा सिंह जायसवाल, शशिकला देशमुख, रेखा रानी विश्वकर्मा आदि शामिल हैं — से भी इसी प्रकार प्लॉट बेचने के नाम पर राशि ली है, किंतु रजिस्ट्री नहीं की।
जांच अधिकारी उपनिरीक्षक मेलाराम कठौतिया, थाना रतनपुर ने बताया कि दस्तावेज़ों एवं गवाहों के बयान के आधार पर आरोपी के विरुद्ध धोखाधड़ी का अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना प्रारंभ कर दी गई है।
पीड़ित ब्रजभूषण यादव ने कहा कि इस धोखाधड़ी के कारण उन्हें व उनके परिवार को गंभीर मानसिक एवं आर्थिक नुकसान हुआ है। उन्होंने प्रशासन से आरोपी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की है।
