

बिलासपुर। गुरु घासीदास सेंट्रल यूनिवर्सिटी में निष्कासित छात्र के समर्थन में गुरुवार को कांग्रेस नेताओं और एनएसयूआई सदस्यों ने जोरदार प्रदर्शन किया। आंदोलन के दौरान प्रदर्शनकारियों ने कुलपति निवास का गेट तोड़ दिया और अंदर प्रवेश कर करीब पौन घंटे तक नारेबाजी की। घटना के बाद कोनी पुलिस ने चार नामजद सहित लगभग 30 अन्य अज्ञात प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
यूनिवर्सिटी प्रशासन की रिपोर्ट पर पुलिस ने नीरज पांडे, लक्की मिश्रा, सुदीप शास्त्री और सार्थक मिश्रा को नामजद किया है। वहीं, अन्य 30 लोगों के खिलाफ भी जांच जारी है।
गुरुवार शाम को कोटा विधायक अटल श्रीवास्तव के नेतृत्व में कांग्रेस नेता और छात्र यूनिवर्सिटी पहुंचे थे। भूख हड़ताल पर बैठे छात्रों के समर्थन में पहुंचे विधायक ने प्रशासन को चेतावनी दी कि अगर निष्कासित छात्र सुदीप शास्त्री को वापस नहीं लिया गया तो 4 नवंबर को प्रदेश स्तर पर बड़ा आंदोलन किया जाएगा।
विधायक के साथ कांग्रेस नेता विजय केशरवानी, प्रमोद नायक, सुद्धांशु मिश्रा, रंजीत सिंह, अर्पित केसरवानी सहित कई कार्यकर्ता मौजूद थे। प्रदर्शन के दौरान कुलपति प्रो. आलोक चक्रवाल के आवास का गेट तोड़ दिया गया। प्रदर्शनकारियों ने भर्ती में गड़बड़ी के आरोप भी लगाए और संबंधित अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की।
घटना की सूचना मिलते ही यूनिवर्सिटी प्रशासन ने जिला और पुलिस प्रशासन को पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग की। इसके बाद देर रात कोनी पुलिस ने एफआईआर दर्ज की।
घटना के बाद शुक्रवार को शहरभर में इस मुद्दे को लेकर चर्चा रही। लोगों के बीच बड़े नेताओं के दबाव और संभावित आंदोलन को लेकर तरह-तरह की बातें होती रहीं। पुलिस अब वीडियो फुटेज और अन्य सबूतों के आधार पर आगे की कार्रवाई में जुटी है।
