
यूनुस मेमन

रतनपुर।
सोने-चांदी के कारोबार से जुड़ी एक बड़ी उठाईगिरी की वारदात ने पुलिस को सकते में डाल दिया है। रतनपुर क्षेत्र में बीते दिनों सराफा कारोबारी से एक करोड़ से अधिक कीमत के सोने और 7 लाख रुपए कैश से भरा बैग चोरी हो गया। यह वारदात अत्यंत शातिर तरीके से बस में की गई — जहां उठाईगिरों ने कारोबारी के समान से मिलता-जुलता बैग लेकर बस में सवार होकर मौका पाते ही बैग बदल दिया और अगले पड़ाव पर उतर गए।
✦ रायपुर से अंबिकापुर तक पीछा
मामले में सामने आया है कि गिरोह ने पूरी साजिश रचकर वारदात को अंजाम दिया। रायपुर के अनुराग ज्वेलर्स के कर्मचारी किशोर कुमार रावल, जो मूलतः राजस्थान निवासी हैं, अपने मालिक संतोष जैन के सोने के जेवर लेकर अंबिकापुर के स्थानीय सराफा व्यापारियों से लेनदेन के लिए निकले थे।
रायपुर से दुबे ट्रैवल्स की बस से रवाना हुए रावल पर गिरोह का एक सदस्य लगातार नजर रखे हुए था। दिनभर अंबिकापुर में कारोबारी की गतिविधियों पर नजर रखने के बाद गिरोह ने रात में वारदात की योजना को अंजाम दिया।

✦ बस में चढ़े ‘कारोबारी जैसे’ उठाईगीर
जानकारी के अनुसार, जब रावल अंबिकापुर से रायपुर लौटने के लिए रॉयल ट्रैवल्स की बस में सवार हुए, तभी गिरोह के दो सदस्य भी उसी बस में चढ़े। उनके पास भी कारोबारी के समान दिखने वाले बैग थे। बस के यात्रियों के सो जाने के बाद एक सदस्य ने मौका पाकर रावल के बैग को अपने बैग से बदल दिया और अगली मंजिल पर उतर गया।
जब तक रावल को इसकी जानकारी हुई, बस काफी दूर निकल चुकी थी और उठाईगिर किसी अन्य वाहन से फरार हो चुके थे।
✦ महाराष्ट्र से आए थे आरोपी
पुलिस की प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि गिरोह के सभी सदस्य महाराष्ट्र के रहने वाले हैं। ये पेशेवर अपराधी हैं, जो प्रदेशों में घूम-घूमकर इस तरह की वारदातें करते हैं। टेक्निकल सर्विलांस और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस को गिरोह से जुड़े कई सुराग मिले हैं।
✦ पुलिस ने तीन टीमें बनाई
रतनपुर पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तीन टीमें गठित की हैं —
- पहली टीम अंबिकापुर में, जो घटना स्थल और संभावित सहयोगियों की तलाश में जुटी है।
- दूसरी टीम रायपुर में, जो व्यापारिक नेटवर्क और संभावित लिंक की जांच कर रही है।
- तीसरी टीम महाराष्ट्र मुंबई में, जहां से गिरोह के तार जुड़े बताए जा रहे हैं।
अब तक छह संदिग्धों से पूछताछ की गई है, जबकि गिरोह से जुड़े 11 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है। गिरफ्तार आरोपियों से कई अहम जानकारियां मिली हैं, जिनके आधार पर मुख्य आरोपी की तलाश जारी है।
✦ लगातार ठिकाने बदल रहे हैं आरोपी
पुलिस को जानकारी मिली है कि सोना लेकर भागे मुख्य आरोपी अपने ठिकाने लगातार बदल रहे हैं ताकि ट्रेस न किए जा सकें। उनके मोबाइल बंद हैं और वे रिश्तेदारों के घरों में छिपने की कोशिश कर रहे हैं।
रतनपुर पुलिस ने गिरोह की बी टीम को पकड़ने में सफलता हासिल की है। उनसे पूरे दिन पूछताछ की गई, जिससे वारदात की साजिश का पूरा खुलासा होने की उम्मीद है।
✦ क्या मिला है अब तक
- पुलिस ने रूट के सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिनमें कुछ संदिग्धों की तस्वीरें मिली हैं।
- गिरोह की बी टीम को रतनपुर से पकड़ा गया।
- महाराष्ट्र और अंबिकापुर से पकड़े गए अन्य सदस्यों और उनके परिजनों को भी पूछताछ के बाद जेल भेजा गया।
✦ पुलिस का कहना
रतनपुर थाना प्रभारी ने बताया कि यह पेशेवर गिरोह है, जो राज्यों में घूमकर बैग बदलने जैसी वारदातें करता है। तकनीकी इनपुट से पुलिस को बड़ी लीड मिली है और जल्द ही मुख्य आरोपी और चोरी किया गया सोना बरामद कर लिया जाएगा।
