

हिंद की चादर नौवें पातशाह धन धन श्री गुरु तेगबहादुर साहिब जी दे 350वे शताब्दी शहादत को समर्पित सिक्ख समाज छत्तीसगढ़ द्वारा 3 अक्टूबर को रायपुर स्टेशन रोड गुरुद्वा से आरम्भ हुई 10 दिवसीय शहीदी यात्रा जिसमे गुरु महाराज पुरातन हस्त लिखित गुरु ग्रंथ साहिब एवम ऐतिहासिक शस्त्रां है । छत्तीसगढ के अनेक शहर भिलाई दुर्ग राजनांदगाँव डोंगरगढ कवर्धा बेमेतरा सिमगा बैतलपुर सरगांव बिल्हा होते हुए 5 अक्टूबर शाम लगभग 6:00 बजे बिलासपुर पहुंच रही है ।
शाम 6:00 शहीदी यात्रा का भव्य स्वागत रायपुर रोड स्थित डी पी एस स्कूल के पास किया जावेगा । तत्पश्चात यात्रा महिलाओ द्वारा एक्टीवा एवम वीरो द्वारा मोटर साइकिल से पायलट करते हुए पंज प्यारे साहिबान की अगवाई मे राजीव गांधी चौक नेहरु चौक देवकी नंदन चौक होते हुए सेन्ट्रल गुरुद्वारा गोंड पारा पहुंचगी ।

शहीदी यात्रा समुह साध संगत के साथ नगर किर्तन रुप मे सेन्ट्रल गुरुद्वारा गोंड पारा से सदर बाजार गोल बाज़ार जुना बिलासपुर होते हुए गांधी चौक से यात्रा गुरुद्वारा श्री गुरूसिंघ दयालबंद बिलासपुर पहुंचेगी जहा पर समुह साध संगत जी को हस्त लिखित गुरु ग्रंथ साहिब एव शस्त्र के दर्शन कराए जाएंगे। उपरंत समुह साध संगत मे गुरु का अटूट लंगर वरताया जावेगा।
यात्रा का रात्रि विश्राम गुरुद्वारा श्री गुरूसिंघ दयालबंद बिलासपुर मे रहेगा । कल सुबह लगभग 8:00 बजे यात्रा का पडाव दयालबंद से जगमल चौक गुरुनानक चौक होते हुए अकलतरा नैला मार्ग से चाम्पा कोरबा के लिए प्रस्थान करेगी।
अगुवाई के लिए बिलासपुर की महिलाओ का समुह एक्टीवा से डी पी एस स्कूल के सामने पहुंच कर पायलट के लिए पहुंचेगी।
वीर जीप कार बुलेट से सत्कार के साथ शेरे पंजाब ढाबा के पास पहुंच कर अगुवाई करते हुए यात्रा को बिलासपुर लेकर आयेंगे ।
शहीदी यात्रा का पुरे शहर मे विभिन्न समाज एवम संगठन द्वारा फूल ,माला ,फूल – बरखा से स्वागत किया जावेगा।
शहीदी यात्रा स्वागत के लिए बिलासपुर की समुह गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के साथ बिलासपुर पंजाबी समाज की युवा वीर , महिलाओ के साथ बुजुर्ग एवम समुह साध संगत तैयारी मे लगी हुई है। स्वागत के अन्य समाज एवम संगठन तैयारी मे लगे है।
