
शशि मिश्रा

बिलासपुर।
सरकंडा थाना क्षेत्र के अशोक नगर स्थित डीएलएस कॉलेज के पास शुक्रवार शाम उस समय हंगामा मच गया जब स्थानीय शिव मंदिर में अशरफ खान ने शिवलिंग पर पेशाब करने जैसी निंदनीय हरकत कर दी। घटना की जानकारी मिलते ही क्षेत्र में तनाव का माहौल बन गया और लोगों में भारी आक्रोश फैल गया। सूचना मिलने पर सरकंडा पुलिस तत्काल मौके पर पहुंची और स्थिति को नियंत्रित करते हुए जांच शुरू की।

पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्परता से कार्रवाई की। जांच में यह बात सामने आई कि इस पूरे घटनाक्रम का मास्टरमाइंड अशरफ खान था। पुलिस ने मुख्य आरोपी अशरफ खान के खिलाफ धारा 299, 296, 351(2) के तहत अपराध दर्ज कर उसे गिरफ्तार किया और न्यायालय में पेश किया, जहाँ से उसे जेल भेज दिया गया।

इसके साथ ही, अशरफ खान के सहयोगी तथा विवाद में शामिल दूसरे पक्ष के लोगों को भी पुलिस ने चिन्हित कर गिरफ्तार किया है। कुल 9 आरोपियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की गई है। पुलिस ने सभी को धारा 170 बीएनएसएस के तहत गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहाँ से उन्हें भी जेल भेजा गया।

गिरफ्तार आरोपियों के नाम इस प्रकार हैं –
- मोहम्मद इसराईल पिता आकिर खान (43 वर्ष), निवासी मुरूम खदान अशोक नगर पठान मोहल्ला, मूल निवासी प्रयागराज (उ.प्र.)
- अरमान खान पिता मोहम्मद इसराईल (25 वर्ष), निवासी अशोक नगर, मूल निवासी प्रयागराज (उ.प्र.)
- सलमान खान पिता मुन्ने खान (24 वर्ष), निवासी मुरूम खदान अशोक नगर, मूल निवासी प्रयागराज (उ.प्र.)
- सहादत्त खान उर्फ छोटू पिता बन्ने खान (24 वर्ष), निवासी अशोक नगर, मूल निवासी प्रयागराज (उ.प्र.)
- वैधनाथ यादव पिता मनहरण लाल यादव (38 वर्ष), निवासी मुरूम खदान अशोक नगर खमतराई
- ओमप्रकाश मानिकपुरी उर्फ गब्बर पिता दयादास मानिकपुरी (24 वर्ष), निवासी अशोक नगर
- करण यादव उर्फ केडी पिता फेकुराम यादव (19 वर्ष), निवासी मुरूम खदान अशोक नगर
- गौकरण साहू उर्फ बोदू पिता ललित साहू (21 वर्ष), निवासी मुरूम खदान
- कैलाश साहू पिता संतोष साहू (25 वर्ष), निवासी अशोक नगर
हिंदूवादी नेता ठाकुर राम सिंह की गिरफ्तारी भी चर्चा में

इसी घटना के संदर्भ में हिंदू संगठन से जुड़े नेता ठाकुर राम सिंह की भी गिरफ्तारी की खबर सामने आई है। हालांकि पुलिस की ओर से यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि उनकी गिरफ्तारी शिव मंदिर प्रकरण से जुड़ी है या फिर बिल्हा में हाल ही में गौ मांस विक्रय के विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई किसी अन्य घटना से संबंधित है।
पुलिस ने ठाकुर राम सिंह के खिलाफ बीएनएस की धारा 148, 173, 441, 294, 506 सहित एसटी-एससी एक्ट के तहत कार्रवाई कर न्यायालय में पेश किया, जहाँ से उन्हें भी जेल भेज दिया गया है।
हिंदू संगठनों में आक्रोश
दूसरी ओर, ठाकुर राम सिंह की गिरफ्तारी के बाद हिंदूवादी संगठनों में भारी नाराजगी देखी जा रही है। संगठन के पदाधिकारियों का कहना है कि पुलिस प्रशासन एकतरफा कार्रवाई कर रहा है और वास्तविक दोषियों पर उचित कार्रवाई के बजाय निर्दोष लोगों को निशाना बना रहा है।

पुलिस की सतर्कता से टला बड़ा विवाद
घटना के बाद से ही पूरे क्षेत्र में पुलिस बल की तैनाती बढ़ा दी गई है। थाना प्रभारी ने बताया कि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में है, और अफवाह फैलाने वालों पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। प्रशासन ने नागरिकों से शांति बनाए रखने और सोशल मीडिया पर भड़काऊ पोस्ट शेयर न करने की अपील की है।
इस पूरे घटनाक्रम ने शहर में कानून-व्यवस्था की स्थिति को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस का कहना है कि किसी भी समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुँचाने की अनुमति नहीं दी जाएगी और दोषियों को हर हाल में कड़ी सजा दिलाई जाएगी।
