
आकाश दत्त मिश्रा


देश में वैसे भी हिंदू मुस्लिम के बीच तनाव की स्थिति है और हर शुक्रवार कोई ना कोई बवाल हो रहा है । इस शुक्रवार को बिलासपुर में एक मुस्लिम युवक ने शिवलिंग पर पेशाब कर दिया, जिससे बिलासपुर में हंगामा मच गया। मामला सरकंडा थाना क्षेत्र का है। पुलिस ने बाद में आरोपी को गिरफ्तार भी कर लिया है।

बताया जा रहा है कि अशरफ खान ने अशोकनगर की दुर्गा मंदिर में स्थित शिवलिंग पर पेशाब कर दिया, जिसकी खबर स्थानीय लोगों को हो गई, जिसके बाद पूरा माहौल तनावपूर्ण हो गया। नाराज लोगों ने मुस्लिम बस्ती में स्थित आरोपी युवक के घर पर हमला भी कर दिया। उन्होंने बताया कि बिलासपुर में प्रशासन बुलडोजर कार्रवाई नहीं करती है इसलिए उन्हें ही आगे बढ़कर ऐसे तत्वों को ध्वस्त करना होगा, जिससे कि उनके हौसले पस्त हो। इधर जानकारी होने पर पुलिस का भारी बल मौके पर पहुंचा और फ्लेग मार्च कर मुसलमानों को सुरक्षा प्रदान करती दिखी ।

बजरंग दल ने शिवलिंग पर पेशाब करने की घटना को बेहद आपत्तिजनक बताते हुए आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। इस घटना के बाद स्थानीय लोगों के साथ हिंदू संगठनों से जुड़े लोग भी मौके पर पहुंच गए और अपना गुस्सा जाहिर करने लगे। पुलिस ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। हालांकि उन्हें पता है कि हिंदू इतनी बड़ी घटना के बाद भी कभी भी सरकारी और निजी संपत्तियों को नुकसान नहीं पहुंचाएगा और ना ही तोड़फोड़ करेगा। अशरफ की इस हरकत से बिलासपुर में भी हिंदू मुस्लिम के बीच की खाई और गहरी हुई है और इस घटना ने मुस्लिम बस्ती में रहने वाले लोगों के लिए भी खतरा पैदा कर दिया है।
अब सवाल उठता है कि आखिर यह करके अशरफ को क्या हासिल हुआ और उसने यह सब कुछ किसके इशारे पर किया है। पुलिस का कहना है कि आरोपी अशरफ अपराधी प्रवृत्ति का है और पहले भी कई बार गिरफ्तार हो चुका है। इस मामले में पुलिस ने दोनों पक्षों से कुल आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस का कहना है कि यह उन दोनों के बीच की आपसी रंजिश का मामला है, जिसे इस तरह से अंजाम दिया गया है। पहले अशरफ खान ने शिवलिंग के साथ बेअदबी की और फिर उसके जवाब में दूसरे पक्ष ने उसके दादा के दुकान में तोड़फोड़ की। दोनों ही तत्व अपराधी बताये जा रहे हैं।
इधर पुलिस ने इसी मामले में हिंदू संगठन से जुड़े ठाकुर राम सिंह को शनिवार सुबह कथित तौर पर गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि उन्हें बिल्हा कोर्ट में पेश किया जा रहा है। इसे लेकर हिंदूवादी संगठनों में गहरा आक्रोश देखा जा रहा है।
