

बॉयफ्रेंड से मिलने गई लड़की का गैंग रेप हो गया। हंगामा इसलिए भी अधिक है क्योंकि लड़की आदिवासी बताई जा रही है, इसलिए समाज के लोगों ने आरोपियों के खिलाफ बुलडोजर कार्रवाई की मांग की। इस मामले में पुलिस ने तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
पीड़ित लड़की मंगलवार रात अपने 18 वर्षीय बॉयफ्रेंड के साथ मिलने के बाद उसके ही घर पर रुकी हुई थी। बताते हैं की रात 3:00 बजे किसी बात पर दोनों का विवाद हो गया और इतनी रात को लड़की खतरा मोल लेते हुए घर से बाहर निकल गई। इसी दौरान बाइक पर नसीम अहमद, जितेंद्र खरे और मोहम्मद सरफराज पहुंचे जिन्होंने सेलुशन का नशा किया हुआ था। युवती को अकेला देखकर उनकी नियत बिगड़ गई और तीनों ने जबरन युवती को भी बाइक में घसीट लिया और उसे लेकर सुनसान अटल आवास की ओर ले गए, जहां तीनों ने बारी बारी से उसके साथ गैंगरेप किया । इसके बाद लड़की को बस स्टैंड के पास छोड़कर तीनों भाग गए।
किसी तरह वह महिला थाने पहुंची और शिकायत दर्ज कराई। इधर जानकारी होने पर आदिवासी समाज के लोगों ने हंगामा कर दिया । यहां तक की उन्होंने एसपी की गाड़ी भी रोक दी। मेडिकल जांच में गैंग रिपोर्ट की पुष्टि हुई है। पुलिस ने कार्यवाही करते हुए गंडई से नसीम अहमद को गिरफ्तार किया तो वही चिल्फी घाटी के पास से जितेंद्र खरे और मोहम्मद सरफराज गिरफ्तार हुए हैं। तीनों ने ही वारदात की बात स्वीकार कर ली है। इन्होंने बताया कि उन्होंने उस वक्त सिलोशन का नशा किया हुआ था जो एक प्रकार का एडहेसिव है जिसे कुछ लोग कपड़े में लगाकर सूंघते हैं जिससे उन्हें एक तरह का नशा होता है। हंगामा के बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है लेकिन अब पीड़ित समाज के लोग 50 लाख मुआवजे की भी मांग कर रहे हैं । पीड़िता आदिवासी समाज से है जबकि गैंगरेप करने वालों में दलित और मुस्लिम शामिल है।
