तेलुगू समाज की चार विभूतियों का हुआ सम्मान, समस्त तेलुगू समाज द्वारा सम्मान समारोह आयोजित , समाज के बच्चों ने दिखाई समृद्ध संस्कृति की झलक

बिलासपुर में समस्त तेलुगु समाज द्वारा आयोजित गौरव सम्मान समारोह में समाज को गौरवान्वित करने वाली विभूतियों का भव्य सम्मान किया गया। यह आयोजन रविवार की संध्या को रेलवे नॉर्थ ईस्ट इंस्टिट्यूट सभागार, बुधवारी बाजार के पास संपन्न हुआ। बिलासपुर के विभिन्न तेलुगु संगठनों ने संयुक्त रूप से इस समारोह का आयोजन कर समाज के प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों को सम्मानित किया।

इस अवसर पर प्रदेश तेलुगु महासंघम समेत कई प्रमुख संगठनों के पदाधिकारियों ने भी अपनी उपस्थिति दर्ज कराई और समाज की प्रतिभाओं का अभिनंदन किया। समारोह में सम्मानित होने वालों में छत्तीसगढ़ बेवरेज कॉरपोरेशन के नवनियुक्त अध्यक्ष श्रीनिवास राव मद्दी, बिलासपुर महापौर एल पद्मजा उर्फ पूजा विधानी, सेंट जेवियर स्कूल के मैनेजिंग डायरेक्टर डॉक्टर जीएस पटनायक और अमेटी ग्रुप ऑफ यूनिवर्सिटी के सीनियर डायरेक्टर डॉक्टर अरुण पटनायक शामिल रहे। इसके अतिरिक्त उन जनप्रतिनिधियों को भी मंच पर सम्मानित किया गया जिन्होंने समाज का गौरव बढ़ाया है और विभिन्न क्षेत्रों में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

दिखी समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं की झलक

कार्यक्रम के दौरान तेलुगु समाज के बच्चों और युवाओं ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियों से वातावरण को जीवंत कर दिया। आंध्र समाज स्कूल के बच्चों ने पारंपरिक गीत, संगीत और नृत्य प्रस्तुत किए। भरतनाट्यम और तबला वादन जैसे शास्त्रीय प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। समाज की संस्कृति और परंपरा से जुड़े इन कार्यक्रमों ने समारोह में विशेष आकर्षण पैदा किया।

दीप प्रज्वलन और आंध्र राज्य गीत के साथ आयोजन का आरंभ हुआ। एन दिव्यंका और अवंतिका आदि ने मधुर गीत प्रस्तुत किया तो वही एम वैष्णवी ने सेक्सोफोन का रंग जमाया। सांई राजशेखर ने तबला वादन से मन मोह लिया तो वही बच्चों ने ग्रुप डांस से तेलुगु समाज की समृद्ध सांस्कृतिक परंपराओं की झलक दिखाई।

सभी ने एकजुटता पर दिया जोर

सम्मान ग्रहण करने के बाद श्रीनिवास राव मद्दी ने अपने संबोधन में कहा कि विभिन्न संगठनों द्वारा सम्मानित किए जाने का आनंद तो होता है, लेकिन अपने समाज द्वारा सम्मानित होना उनके लिए विशेष गर्व का विषय है। उन्होंने अपनी उपलब्धि को व्यक्तिगत सफलता न मानते हुए इसे समाज की सामूहिक उपलब्धि बताया और भरोसा दिलाया कि वे प्रदेश सरकार की जिम्मेदारियों के साथ-साथ समाज के प्रति अपने कर्तव्यों का भी निष्ठा से पालन करेंगे। उन्होंने आयोजन की खूब सराहना की और कहा कि राष्ट्र सर्वोपरि है और राष्ट्रहित में समाज के एक व्यक्ति को समर्पित होना चाहिए।

महापौर एल पद्मजा ने कहा कि एक महिला महापौर होने के नाते उन पर दोहरी जिम्मेदारी है। उन्होंने कहा कि पूरे शहर के विकास के साथ-साथ वह सभी समाजों के विकास और उनकी गतिविधियों में सक्रिय भूमिका निभा रही हैं और भविष्य में भी तेलुगु समाज की हर आवश्यकता और सुख-दुख में साथ खड़ी रहेंगी। उन्होंने कहा कि विवाह के बाद उनकी पहचान अवश्य बदली है लेकिन आज भी वह तेलुगु समाज से जुड़ाव अनुभव करती है।

डॉक्टर जीएस पटनायक ने छत्तीसगढ़ को अपनी कर्मभूमि बताते हुए कहा कि यहां केवल फसल ही नहीं बल्कि प्रतिभाओं की भी भरपूर पैदावार होती है और उनका उत्साहवर्धन पूरे जोश के साथ किया जाता है। उन्होंने समाज की एकजुटता पर बल दिया और कहा कि सभी संगठन एक जुट हो जाए तो वे सभी आयोजनों की जिम्मेदारी लेने को सहर्ष तैयार है।

वहीं डॉक्टर अरुण पटनायक ने अपने सम्मान के लिए आभार व्यक्त करते हुए कहा कि भारतीय होने के नाते ईमानदारी से अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन समाज के प्रति सच्ची प्रतिबद्धता को दर्शाता है और वे शिक्षा के क्षेत्र में इसी भावना से अपना योगदान दे रहे हैं। शिक्षा के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए किए जा रहे सम्मान के प्रति आभार व्यक्त करते हुए उन्होंने समाज के बच्चों को भी शिक्षित होने के लिए प्रेरित किया।

आयोजनकर्ता व्ही रामा राव ने इस अवसर पर कहा कि विभिन्न संगठनों के रूप में बिखरे तेलुगु समाज को एकजुट कर समाज की प्रतिभाओं को मंच देना और अपनी विरासत को सहेजना उनकी प्राथमिकता रही है। उन्होंने राजनीति को सेवा का माध्यम बनाकर बिलासपुर के तेलुगु समाज को एक नई पहचान दिलाने में अपना योगदान दिया और समाज के हर व्यक्ति का आभार जताया।

प्रदेश भर से पहुंचे अतिथि

इस अवसर पर प्रदेश तेलुगु महासंघम के प्रदेश अध्यक्ष आर मुरली, सचिव बी तुलसी राव, रायपुर जिला अध्यक्ष जी स्वामी सहित अन्य जिलों के पदाधिकारी भी उपस्थित रहे। बिलासपुर में आयोजित इस सम्मान समारोह के सफल आयोजन में आंध्र समाज स्कूल समिति, श्री बालाजी एवं कोदंड रामालयम मंदिर समिति, श्री सत्य सांई सेवा समिति, श्री रामनवमी समिति कंस्ट्रक्शन कॉलोनी और अन्नपूर्णा कॉलोनी, श्री सोलापुर माता पूजा समिति बाराहखोली, लोको कॉलोनी, शुभम विहार, श्री मरिमाई माता पूजा समिति, तेलुगु संयुक्त समाज कल्याण समिति, कालिंगुलु समाज, बाड़बल्दीजिलु समाज, कासिम कोटा समाज आदि की महत्वपूर्ण भूमिका रही। कार्यक्रम के समापन पर उपस्थित जनों के लिए प्रीतिभोज का भी आयोजन किया गया, जिससे समाज के लोगों ने आपसी मेलजोल और एकता का संदेश दिया।

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