सोनम केवल हत्यारन ही नहीं बल्कि क्रूर हत्यारन है, जानिए इस हत्याकांड के कई अनसुलझे राज, सभी शंकाओं का समाधान

इतने सारे खुलासे के बाद अब भी बहुत सारे लोगों को लगता है कि राजा रघुवंशी हत्याकांड की कहानी कुछ और है। कई लोगों के मन में सोनम रघुवंशी के लिए सहानुभुति भी है। तो स्टेप बाई स्टेप हत्याकांड की लघु कथा समझ लीजिए। शादी के बाद सोनम ससुराल में मात्र तीन दिन रही, उसमें भी उसने राजा को अपने पास नहीं आने दिया ये कहकर कि कामाख्या मंदिर में दर्शन के बाद ही हम करीब आएंगे।

शिलॉन्ग जाने के लिए टिकट सोनम ने करवाई थी और सो सीधा अपने घर से एयरपोर्ट गई। शिलॉन्ग में वो लगातार दो नम्बरों से संपर्क में थी, एक लोकल शिलॉन्ग का नम्बर था, दूसरा इंदौर का नम्बर था। इंदौर का नम्बर राज कुशवाहा का था और राज कुशवाहा भी लोकल शिलॉन्ग वाले नम्बर पर बात कर रहा था। कॉल डिटेल में इसके सबूत मिले हैं।

ये लोकल नम्बर राज कुशवाहा के तीन दोस्तो में से एक का था, जो राजा रघुवंशी की हत्या में शामिल था। ये नम्र और फोन इस हत्याकांड के बाद समाप्त कर दिया गया। राजा की लाश मिलने के बाद मेघालय पुलिस ने सोनम को गुमशुदा मानकर हत्या वाली जगह से नजदीकी सीसीटीवी कैमरे खंगाले। हत्या वाली जगह से 10 किमी दूर लगे कैमरे की सीसीटीवी फुटेज में दिखी, उसके साथ तीन लोग और थे।

पुलिस ने राजा सोनम के शिलॉन्ग पहुंचने वाले दिन से लेकर हत्या वाले दिन तक के सभी एवलेबल सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो ज्यादातर फुटेज में ये तीन लोग कुछ दूरी पर नज़र आ रहे थे। सोनम ने हत्या वाली जगह तक जाने के लिए स्कूटी किराए पर ली थी। इन तीन हत्यारों ने भी एक स्कूटी किराए पर ली थी, जिसके लिए इनमें से एक ने अपना आधार कार्ड दिया था। वो फ़ोटोकॉपी पुलिस ने बरामद कर ली।

राजा रघुवंशी की हत्या के बाद सोनम ने अपनी सास से बात की थी, इस बातचीत में वो सब ठीक होने की बात कर रही है जबकि उसके आधे घण्टे पहले राजा की हत्या हो चुकी थी। हत्या के बाद राज कुशवाहा के तीनों दोस्त और सोनम अलग अलग वापस इंदौर आये। सोनम राज कुशवाहा के एक रिश्तेदार के घर मर किराए पर कमरा लेकर रुकी। इस कमरे का इंतज़ाम राज कुशवाहा ने ही किया था।

जब मामले ने तूल पकड़ा तब सोनम के लिए इंदौर में रहना सेफ नही रह गया। राज कुशवाहा के एक दोस्त ने कार से सोनम को बनारस छोड़ा। बनारस में राज कुशवाहा के रिश्तेदार रहते है। अगले कई दिनों तक वो राज के अलग अलग रिश्तेदारों के यहाँ रही। इधर पक्के सबूत मिलने के बाद मेघालय पुलिस ने इंदौर पुलिस से सम्पर्क किया और इंदौर पुलिस ने राज कुशवाहा और उसके तीन दोस्तो को धर लिया। सोनम को बनारस छोड़ने वाला ड्राइवर भी धरा गया।

अब सवाल है कि शादी कर के हत्या करने का मोटिव क्या था। राजा की प्रॉपर्टी या मजबूरी? सोनम और राजा रघुवंशी दोनों मांगलिक थे। ये माना जाता है कि दो मांगलिक आपस मे विवाह कर सकते है लेकिन एक मांगलिक अगर किसी गैर मांगलिक से विवाह कर ले तो गैर मांगलिक की मृत्यु हो जाती है। सोनम को डर था कि अगर वो राज कुशवाहा से ब्याह करती है तो गैर मांगलिक होने की वजह से वो मर जायेगा।

इसलिए उसने राजा से विवाह किया ताकि उसकी हत्या कर के राज कुशवाहा से शादी कर सके। राजा की हत्या की साजिश उसके साथ शादी तय होने से भी पहले रच ली गई थी। ये सारी डिटेल मय सबूतों के मेघालय पुलिस के पास है जिसे चार्जशीट में शामिल किया जाएगा। सोनम रघुवंशी सिर्फ एक हत्यारन नहीं क्रूर हत्यारन है, स्त्री के नाम पर कलंक है। यह केस शोध करने लायक है।

स्त्री अस्मिता, फर्जी फेमिनिज्म या महिलाओं बच्चियों से बलात्कार करने वाले पुरुषों की आड़ लेकर सोनम के लिए सहानुभूति मत दिखाइए। यह मामला रेयर ऑफ रेयरेस्ट की श्रेणी में आना चाहिए, हालांकि आएगा नहीं।

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