


बिलासपुर, छत्तीसगढ़। ऑनलाइन साइबर फ्रॉड के मामलों में अवैध लेन-देन के लिए उपयोग किए जा रहे फर्जी बैंक खातों म्यूल अकाउंट्स के विरुद्ध बिलासपुर पुलिस ने सख्त कार्रवाई की है। बिलासपुर रेंज साइबर थाना में दर्ज अपराध के अंतर्गत पुलिस ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार कर न्यायिक अभिरक्षा में भेजा है।

गिरफ्तार आरोपी इस प्रकार हैं:
- अकिल खान (25), निवासी तालापारा, सिविल लाईन थाना क्षेत्र
- नरेश कुमार केवंट (22), निवासी सेंदरी, थाना कोनी
- व्यासनारायण (40), निवासी खैरा, जयरामनगर थाना मस्तुरी
- रामेश्वर मरकाम (27), निवासी किसानपारा, जयरामनगर
- अजय कुमार ध्रुव (30), निवासी बापू उपनगर, तोरवा थाना
साइबर क्राइम पोर्टल पर रिपोर्ट हुए म्यूल बैंक अकाउंट्स की जांच के लिए रेंज सायबर थाना बिलासपुर को विशेष रूप से निर्देशित किया गया था। जांच में कई बैंक खाते संदिग्ध पाए गए, जिनका उपयोग ठगी से प्राप्त धन को ठिकाने लगाने के लिए किया जा रहा था।

साइबर अपराधी डिजिटल ऐप्स, क्रिप्टो इन्वेस्टमेंट, फर्जी ट्रेडिंग ऐप्स, गूगल टास्क, टेलीग्राम टास्क, और फर्जी केवाईसी अपडेट के बहाने इन खातों का इस्तेमाल कर रहे थे। तकनीकी साक्ष्य, बैंक लेनदेन की जांच और पीड़ितों के बयानों के आधार पर आरोपियों की पहचान कर उन्हें पकड़ा गया।
पुलिस की अपील:
बिलासपुर पुलिस ने नागरिकों से अपील की है कि वे किसी भी कीमत पर अपना बैंक खाता या वित्तीय जानकारी किसी को भी न दें। मनी म्यूल बनना एक गंभीर अपराध है, भले ही अनजाने में आप शामिल हों, आप पर मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप लग सकते हैं और जेल या जुर्माने की सजा हो सकती है।

धारा 3(5) बी.एन.एस. के तहत म्यूल अकाउंट धारक को मुख्य अपराधी के बराबर दोषी माना जाएगा।
सावधान रहें – सतर्क रहें – साइबर अपराध से बचें।
