


त्रिदेव मंदिर, सरकंडा में चैत्र नवरात्रि के पावन पर्व के अवसर पर आयोजित श्रीमद् देवी भागवत कथा अनुष्ठान के दौरान एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना सामने आई है। श्री पीतांबरा पीठ त्रिदेव मंदिर के पीठाधीश्वर आचार्य डॉ. दिनेश चंद्र जी महाराज पर असामाजिक तत्वों द्वारा दुर्व्यवहार एवं हमला किया गया।
इस घटना की अखिल भारतीय संत समिति, धर्म समाज, तथा संत समुदाय द्वारा तीव्र निंदा की गई है। समिति के संयुक्त राष्ट्रीय महामंत्री, राजकीय अतिथि (छत्तीसगढ़) एवं राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त (मध्यप्रदेश) श्री 1008 श्री मनमोहन दास जी महाराज (श्री राधे-राधे बाबा, इंदौर सरकार) ने इस घटना को सनातन धर्म पर सीधा हमला करार देते हुए प्रदेश सरकार से आचार्य श्री को अविलंब सुरक्षा प्रदान करने की माँग की है।

आचार्य डॉ. दिनेश जी महाराज छत्तीसगढ़ राज्य में धर्म जागरण, संस्कृति रक्षा, और गौ रक्षा जैसे कार्यों में सक्रिय हैं। वर्तमान समय में प्रदेश में चल रही ईसाई मिशनरी एवं कट्टरपंथी गतिविधियों का उन्होंने लगातार विरोध किया है, जिससे कुछ असामाजिक तत्व उनकी सक्रियता से असहज हैं।
श्री मनमोहन दास जी महाराज ने प्रेस के माध्यम से राज्य सरकार, गृहमंत्री एवं पुलिस महानिदेशक से अपील करते हुए कहा:
“यदि आचार्य डॉ. दिनेश जी महाराज को किसी भी प्रकार की क्षति होती है तो इसकी पूर्ण जिम्मेदारी छत्तीसगढ़ शासन की होगी। संत समाज, अखिल भारतीय संत समिति और भक्त समुदाय इसे कभी स्वीकार नहीं करेगा। हम सरकार से यह स्पष्ट माँग करते हैं कि उन्हें पूर्ण सुरक्षा उपलब्ध कराई जाए।”
उन्होंने यह भी कहा कि यह वर्ष पीतांबरा पीठ का रजत जयंती वर्ष है, जिसमें देश-प्रदेश के श्रद्धालु, संत एवं विद्वानजन उपस्थित होकर शक्ति की उपासना कर रहे हैं। ऐसे पावन समय में इस प्रकार की घटना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है।
समिति ने केंद्र सरकार द्वारा वक्फ बोर्ड समाप्ति हेतु लाए गए विधेयक का समर्थन करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का आभार भी प्रकट किया। साथ ही राष्ट्र धर्म की रक्षा हेतु समाज को जागरूक करने एवं सभाएँ आयोजित करने की आवश्यकता पर बल दिया।
