


बिलासपुर ए.सी.सी.यू. (साइबर सेल), रेंज साइबर थाना और थाना कोटा की संयुक्त टीम ने 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है।
फर्जी सिम से साइबर ठगी का नेटवर्क
जांच में सामने आया कि बिलासपुर जिले के कुछ लोग आम नागरिकों की आईडी पर एक से अधिक सिम कार्ड जारी कर साइबर अपराधियों को दिल्ली, अलवर (राजस्थान) सहित अन्य स्थानों पर बेच रहे थे। इन सिम कार्डों का उपयोग डिजिटल अरेस्ट, शेयर ट्रेडिंग फ्रॉड, केवाईसी अपडेट जैसे साइबर अपराधों में किया जाता था।
गिरफ्तार आरोपी
- अंशु श्रीवास (19 वर्ष) – निवासी पथर्रा, थाना कोटा, बिलासपुर
- फिरोज अंसारी (19 वर्ष) – निवासी फिरंगीपारा, थाना कोटा, बिलासपुर
- मुकुल श्रीवास (21 वर्ष) – निवासी फिरंगीपारा, थाना कोटा, बिलासपुर
- द्वारिका साहू (23 वर्ष) – निवासी वार्ड नं. 10, डाक बंगला पारा, थाना कोटा, बिलासपुर
- जय पालके (20 वर्ष) – निवासी नवागांव कोटा, थाना कोटा, बिलासपुर
तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई
पुलिस ने तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर संदिग्धों की पहचान कर अलग-अलग टीम बनाकर एक साथ छापेमारी की और आरोपियों को गिरफ्तार किया।
पुलिस की सतर्कता से बड़ा खुलासा
गिरफ्तार एजेंटों के माध्यम से साइबर ठग फर्जी बैंक खाते (म्यूल अकाउंट) भी संचालित कर रहे थे। यह कार्रवाई बिलासपुर पुलिस की साइबर अपराधों के खिलाफ निरंतर चल रही मुहिम का हिस्सा है।
बिलासपुर पुलिस ने स्पष्ट किया है कि पी.ओ.एस. एजेंटों और म्यूल अकाउंट्स के खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी, जिससे साइबर ठगी पर कड़ा प्रहार किया जा सके।
