आम आदमी तो आम आदमी अब सेना के जवान भी बदमाश लुटेरों से सुरक्षित नहीं है। बिलासपुर के गणेश नगर में रहने वाले शत्रुघन यादव भारतीय सेना के जवान है । बुधवार को वे नई दिल्ली से बिलासपुर घर लौट रहे थे। जब वे हजरत निजामुद्दीन स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 4 में हमसफर ट्रेन का इंतजार करते हुए मोबाइल पर घर वालों से बात कर रहे थे, इसी दौरान वहां कुछ लोग आए और उनसे उनका मोबाइल छीन कर भाग गए। शत्रुघन यादव के पास बहुत सारा सामान था इसलिए वह चाह कर भी लुटेरों का पीछा नहीं कर पाए। उन्होंने निजामुद्दीन रेलवे स्टेशन में आरपीएफ से इसकी शिकायत की लेकिन उन्होंने सेना के जवान की एक नहीं सुनी ।
इसके बाद बिलासपुर लौटने पर शत्रुघन यादव ने जीआरपी थाने पहुंचकर मोबाइल लूट की खबर दर्ज कराई। खास बात यह है कि उनके मोबाइल के साथ उनका एसबीआई का एटीएम कार्ड भी मौजूद था। उन्हें अंदेशा था कि लुटेरे उनके एटीएम कार्ड का दुरुपयोग ना कर ले। उनके आशंका सही साबित हुई। जब उन्होंने बिलासपुर के एसबीआई ब्रांच पहुंचकर एटीएम कार्ड को ब्लॉक कराना चाहा तो पता चला कि उनके एटीएम से तो पहले ही अलग-अलग किस्तों में 72000 रु ट्रांसफर किए जा चुके हैं। एक तो उनका मोबाइल लूट लिया गया। फिर एटीएम कार्ड की मदद से 72000 रु भी निकाल लिए गए । अचरज की बात यह है कि लुटेरों के हाथ भले ही एटीएम कार्ड लग गया था लेकिन उन्हें एटीएम का पासवर्ड कैसे पता चला। जाहिर है ठग और शातिर हर नामुमकिन काम कर सकते हैं। इन दिनों इसी तरह के साइबर ठगों की संख्या बढ़ती जा रही है । एटीएम कार्ड ही नहीं मोबाइल में मौजूद यूपीआई एप की मदद से भी बड़ी आसानी से लुटेरे बैंक खाता खाली कर देते हैं। इसलिए मोबाइल को लेकर अतिरिक्त एहतियात बरतने की जरूरत है।
फिलहाल बिलासपुर जीआरपी ने शून्य में मामला दर्ज कर निजामुद्दीन जीआरपी को मामला ट्रांसफर कर दिया है।