बेहद संवेदनशील होने के बावजूद बिलासपुर का केंद्रीय जेल धीरे-धीरे बाजार का हिस्सा बनता जा रहा है। इसके बहुत करीब बृहस्पति बाजार होने और दूसरी और गर्ल्स डिग्री कॉलेज की वजह से जेल रोड पर धीरे-धीरे ठेले खोमचे वालों ने अपना ठिकाना बना लिया। यहां चाट और डाब से लेकर फल, भेल आदि की न जाने कितनी दुकानें लगने लगी। यहां दुकान लगाने वालों का कभी वेरिफिकेशन भी नहीं हुआ, जिस वजह से जेल की सुरक्षा व्यवस्था पर हमेशा खतरा मंडराता है। इतना ही नहीं जेल लाने ले जाने के दौरान कैदियों और जेल आने वाले पुलिस अधिकारियों की सुरक्षा पर भी सवालिया निशान लगाते हैं।
जेल रोड पर लगातार दुकान लगाने वालों की संख्या बढ़ती जा रही है। इसकी शिकायत नगर निगम से भी की गई थी जिन्होंने यहां बेजा कब्जा हटाया तो था लेकिन हमेशा की तरह उनके जाते ही बेजा कब्जाधारी वापस लौट आए। इस बार किसी और एजेंसी पर भरोसा ना करते हुए केंद्रीय जेल बिलासपुर प्रबंधन ने खुद ही जेल के आसपास अभियान चलाकर यहां व्यवसाय करने वाले दुकानदारों को हटाया और उन्हें चेतावनी दी कि वे दोबारा नजर ना आए , अन्यथा उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। देखना दिलचस्प होगा कि जेल प्रशासन की इस कार्यवाही का असर कितने दिनों तक रहता है।