प्रकृति पूजन का संदेश देते हुए पूरे उत्तर भारत में मनाये जाने वाले छठ महोत्सव में जीवन का मूल मंत्र छुपा है। यहां सिर्फ उगते सूरज को ही सलाम नहीं किया जाता, बल्कि डूबते सूरज का भी पूजन किया जाता है। चार दिवसीय छठ महोत्सव के चौथे दिन उषा अर्घ्य के लिए हजारों की संख्या में छठव्रती एवं श्रद्धालु बिलासपुर छठ घाट में जुटे। सूर्य देव को अर्घ्य देने के पश्चात व्रतियों ने व्रत का पारायण किया।
साक्षात प्रत्यक्ष नजर आने वाले सूर्य देव के उपासना का महापर्व छठ शुक्रवार को संपन्न हुआ। गुरुवार को संध्या अर्घ्य देने के बाद जलते दीपक के साथ व्रती अपनी घरों की ओर लौट गए थे। इस दीपक को अखंड रखा गया। आधी रात के बाद से एक बार फिर व्रती और उनके परिजन घाट पर लौटने लगे। गाजे बाजे के साथ घाट पर पहुंचे व्रतियों ने अपना स्थान पुनः ग्रहण किया। कुछ तो ऐसे भी थे जो पूरी रात वेदी के पास ही टिके रहे तो वही कइयों ने घाट पर ही रात बिताई। रात 2:30 बजे से ही एक बार फिर वापस बाजे के साथ व्रती और उनके परिजन दउरा लेकर छठ घाट आने लगे। सूर्य देव को अर्घ्य देने के लिए समिति की ओर से भी कच्चे दूध की व्यवस्था की गई।
सुबह 6:14 पर सूर्योदय का मुहूर्त था लेकिन सूर्य देव ने करीब 1 घंटे की प्रतीक्षा कराई। जैसे ही आकाश पर सूर्य देव की लालिमा नजर आई, सभी ने छठी मैया और सूर्य देव के जयकारे लगाते हुए उन्हें अर्घ्य प्रदान किया। इसके पश्चात महिलाओं ने एक दूसरे को सुहाग का प्रतीक सिंदूर लगाकर उन्हें प्रसाद वितरित किया। इस अवसर पर बिलासपुर विधायक अमर अग्रवाल भी सूर्य उपासना के लिए बिलासपुर छठ घाट पहुंचे। उनके अलावा पूर्व महापौर किशोर राय, भाजपा नेत्री स्मृति जैन आदि भी मौजूद रहे। हजारों व्रतियों के साथ दास परिवार ने भी सूर्य देव को अर्घ्य प्रदान किया और सबके लिए मंगल कामना की।
दास परिवार ने भी दिया उषा अर्घ्य
शुक्रवार प्रात उदित सूर्य को अर्घ्य देकर संतान और पूरे परिवार के लिए सुख, समृद्धि शांति की कामना की गई। बिलासपुर के तोरवा छठ घाट पर इस अवसर पर दास परिवार ने भी दूध और जल से उदय होते भास्कर को जल सर्पित कर मंगल कामना की। दास परिवार की तीन पीढ़ी इस पूजा में शामिल है हुई। इस अवसर पर सूर्य उपासना के लिए नरेंद्र दास, डॉक्टर धर्मेंद्र कुमार दास, वर्षा दास,हार्दिक दास समृद्धि दास,वैभव झा,अमित झा,श्रीजी राय, अवि राय, रिंकी झा,दक्ष झा,सिद्धि झा,अनमोल झा, डीके सिंह, बंटी झा आदि उपस्थित रहे।
माताएं यह व्रत संतान और परिवार के मंगल के लिए करती है।
इस अवसर पर विधायक अमर अग्रवाल ने पाटलिपुत्र संस्कृति विकास मंच के आयोजन की मुक्त कंठ से सराहना करते हुए कहा कि जिस तरह से इस आयोजन में अपार जन समूह उमड़ा है वह सनातन की मजबूती के साथ भारतीय लोक संस्कृति के भी और मजबूत होने का संदेश देता है।
घाट पर सूर्य उपासना के लिए पहुंचे व्रती और उनके परिजन दीप जलाकर सूपा में विविध तरह के फल, सब्जी, मिष्ठान आदि लेकर , गन्ने का मंडप सजा कर पारंपरिक विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करते नजर आए। सूर्य देव को उषा अर्घ देने के बाद प्रसाद वितरित करते हुए व्रतियों ने परायण किया, जिसके साथ ही 36 घंटे का उपवास संपन्न हुआ। व्रतियों के अलावा सूर्य देव के दर्शन के लिए भी बड़ी संख्या में घाट पर श्रद्धालु पहुंचे थे। इस अवसर पर व्रती परिवारों और छठ पूजा समिति की ओर से ठेकुए का प्रसाद वितरित किया गया
बिलासपुर के छठ घाट में आयोजित छठ महोत्सव में जिला एवं पुलिस प्रशासन का भी भरपूर सहयोग रहा। शाम को घाट पूरी तरह से गंदा हो गया था जिसे रात भर में चकाचक कर लिया गया । वहीं सुरक्षा से लेकर जरूर की हर सामग्री उपलब्ध कराई गई। आयोजन के पश्चात पाटलिपुत्र सांस्कृतिक विकास मंच के अध्यक्ष डॉ धर्मेंद्र कुमार दास ने आभार प्रदर्शन किया। आगामी दिनों में बैठक कर इस आयोजन की समीक्षा की जाएगी और फिर सफलता का उत्सव मनाया जाएगा।